भारत की आर्थिक सुस्ती के बीच संपत्ति के लिहाज से अरबपतियों की सूची में लगातार कमी आ रही है. दरअसल, बीते साल दिसंबर तक देश के 82 ऐसे अरबपति थे जिनकी संपत्ति 1 बिलियन डॉलर से अधिक थी. लेकिन इस बार दिसंबर में यह संख्या घटकर 80 हो गई है.
इसका मतलब ये हुआ कि एक साल के भीतर दो ऐसे अरबपति हैं जिनकी संपत्ति 1 बिलियन डॉलर से घट गई है. वहीं 22 महीने के भीतर 11 अरबपतियों की संपत्ति 1 बिलियन डॉलर से कम हुई है. रिपोर्ट की मानें तो देश के शीर्ष 10 अरबपतियों की कुल संपत्ति की कीमत अब 140 अरब डॉलर है.
यहां बता दें कि मार्च 2018 में 91 अरबपति ऐसे थे जिनकी संपत्ति 1 बिलियन डॉलर से अधिक थी. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक संपत्ति के मामले में पिछले एक साल में सबसे ज्यादा फायदा एयरटेल के सुनील भारती मित्तल को मिला है.
वहीं डीएलएफ के केपी सिंह, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, बर्गर पेंट केएस ढींगरा और बंधन बैंक के सीएस घोष शामिल हैं.
जिन प्रमोटरों ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है, उनमें रिलायंस कैपिटल के अनिल अंबानी, जी ग्रुप के सुभाष चंद्रा शामिल हैं.
इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा के आनंद महिंद्रा, इंडियाबुल्स के समीर गहलोत और अरबिंदो फार्मा के केएन रेड्डी की संपत्ति भी कम हुई है.
यहां बता दें कि अरबपतियों की संपत्ति का आकलन बीएसई 500, बीएसई मिडकैप या बीएसई स्मॉल कैप में सूचीबद्ध 822 कंपनियों के विश्लेषण के आधार पर किया गया है.