आमतौर पर लोग सस्ता सामान खरीदने के लिए आर्मी की कैंटीन को प्राथमिकता देते हैं. दरअसल, आर्मी की कैंटीनों में छोटे से लेकर बड़े प्रोडक्ट तक बाजार भाव से सस्ते दामों पर सामान मिलता है, यही वजह है कि लोग खरीदारी के लिए सेना में शामिल अपने रिश्तेदारों को ढूंढते हैं. सस्ता के चक्कर में कई लोग कार भी आर्मी कैंटीन से ही खरीदना पसंद करते हैं. लेकिन अब 1 जून से कैंटीन से कार खरीदना महंगा हो जाएगा.
दरअसल, व्हीकल्स पर सीएसडी CSD कैंटीन के खर्च को कम करने के लिए सेना ने नया नियम प्रस्तावित किया है, जिसके तहत सैन्य अधिकारी 12 लाख तक का वाहन (जीएसटी हटाकर) कैंटीन से खरीद सकेंगे.
इस नए नियम के तहत अधिकारी हर 8 साल में एक ही बार कार खरीद सकेंगे और
उसमें भी कार के इंजन की क्षमता 2500 सीसी से अधिक नहीं होनी चाहिए. बता
दें कि अभी तक सैन्य बलों के अधिकारियों को महंगी कारें खरीदने के लिए भारी
छूट मिलती थी.
ऐसा ही कुछ नियम सेना के जवान के लिए भी लागू होगा. अब ये जवान 1400 सीसी इंजन क्षमता वाली 5 लाख रुपये तक की कीमत वाली कारों को ही छूट पर खरीद सकेंगे. इसमें जीएसटी शामिल नहीं होगा. ये जवान एक बार सर्विस के दौरान और एक बार रिटायरमेंट के दौरान यह कार खरीद सकेंगे. सब्सिडी कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट (CSD) के माध्यम से एक व्यक्ति 50 हजार रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक बचा सकता है.
यह चार पहिया वाहन की सीएसडी कैंटीन में कीमतों के आधार पर निर्भर करता है. बता दें कि सीएसडी कैंटीन में सरकार जीएसटी कर में 50 फीसदी की छूट देती है. वहीं ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी के साथ सीएसडी में बिक्री के लिए आने वाली कारों की कीमत पहले ही बाजार भाव से कुछ कम दर पर दी जाती है.
(सभी फोटो-प्रतीकात्मक)