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मोदी सरकार की ये योजना बुढ़ापे का सहारा, 6 दिसंबर तक मौका

मोदी सरकार की ये योजना बुढ़ापे का सहारा, 6 दिसंबर तक मौका
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इस साल फरवरी में अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने ''प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन'' पेंशन स्‍कीम का ऐलान किया था. इस योजना के तहत देश के करोड़ों लोगों को बुढ़ापे में पेंशन की सुविधा दी जाती है.
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इसी तरह ''राष्ट्रीय पेंशन योजना यानी NPS'' के जरिए भी पेंशन देने की व्‍यवस्‍था है. अब सरकार ने इन दोनों पेंशन स्‍कीम के लिए एक खास पहल की है. दरअसल, बीते 30 नवंबर से लेबर मिनिस्‍ट्री ने पेंशन सप्‍ताह की शुरुआत की थी.
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6 दिसंबर तक चलने वाले इस खास सप्‍ताह में ''प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन'' और ''राष्ट्रीय पेंशन योजना यानी NPS'' से लोगों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. लेबर मिनिस्‍टर संतोष गंगवार के मुताबिक श्रम योगी मानधन के तहत 1 करोड़ लाभार्थियों को रजिस्‍टर्ड करने की योजना है.
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संतोष गंगवार के मुताबिक इनके तहत रजिस्‍ट्रेशन के लिए महज आधार कार्ड और बचत खाता या जनधन खाता की जरूरत है.
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इन योजनाओं के लिए रजिस्‍ट्रेशन कराने में महज 2 से 3 मिनट लगते हैं.  रजिस्‍ट्रेशन कराने वाले की उम्र के हिसाब से मासिक किस्त को 55 से 200 रुपये के बीच रखा गया है.
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अगर किसी एक व्यक्ति की उम्र 30 साल है तो उसे प्रति माह करीब 100 रुपये मासिक का अंशदान देना होगा. इस तरह ऐसा व्यक्ति एक साल में 1,200 रुपये तथा पूरे पात्र उम्र में 36 हजार रुपये का योगदान देगा.
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हालांकि जब वह 60 साल का हो जायेगा, उसे सालाना 3 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं व्यक्ति के निधन के बाद उसके जीवनसाथी को पचास प्रतिशत पेंशन यानी 1,500 रुपये प्रति माह मिलेंगे.
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अगर पति और पत्नी दोनों योजना के लिये पात्र हैं तो दोनों इसे चुन सकते हैं. ऐसे में 60 साल का होने के बाद उन्हें संयुक्त तौर पर प्रति माह छह हजार रुपये मिलेंगे जो उनके जीवनयापन के लिये पर्याप्त होगा.
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