देश में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने फिर तुर्की से 12,500 टन प्याज आयात का सौदा किया है. यह जानकारी केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने दी. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अब तक कुल 42,500 टन प्याज आयात के सौदे किए गए हैं जिनमें से 12,000 टन प्याज 31 दिसंबर से पहले देश में आ जाएगा.
उपभोक्ता मामले मंत्रालय की मूल्य स्थिरीकरण निधि प्रबंधन समिति (पीएसएफएमसी) के निर्देश पर विदेश व्यापार करने वाली देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी एमएमटीसी ने तुर्की से 12,500 टन प्याज आयात का नया अनुबंध किया है. मंत्रालय ने बताया कि हालिया अनुबंध का प्याज अगले साल जनवरी के पहले पखवारे में आना शुरू हो जाएगा. एमएमटीसी ने अब तक कुल 42,500 टन प्याज आयात के सौदे किए हैं.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने देश में प्याज की उपलब्धता बढ़ाकर कीमतों को काबू में रखने के मकसद से 1.2 लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला लिया है. घरेलू और विदेशी प्याज की आवक में सुधार होने से प्याज की थोक कीमतों में वृद्धि पर फिर ब्रेक लग गया है. देशभर के बाजारों में गुरुवार को प्याज के थोक दाम में 10-30 रुपये प्रति किलो तक की नरमी आई. हालांकि, ग्राहकों को अभी इस नरमी का फायदा नहीं मिल पाया है, क्योंकि प्याज के खुदरा भाव में इजाफा ही हुआ है.
देश की राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में प्याज का खुदरा भाव जो एक दिन पहले 115 रुपये प्रति किलो तक चला गया था, वह गुरुवार को घटकर 87.50 रुपये प्रति किलो पर आ गया.
लेकिन, बाजार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में खुदरा प्याज 100-150 रुपये प्रति किलो चल रहा था. केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई कीमत सूची के मुताबिक दिल्ली में प्याज का खुदरा भाव 106 रुपये से बढ़कर 118 रुपये प्रति किलो हो गया.
देश में प्याज के सबसे बड़े उत्पादक प्रदेश महाराष्ट्र के लासलगांव मंडी में गुरुवार को प्याज का थोक दाम 2,500-9,652 रुपये प्रति क्विंटल था जोकि एक दिन पहले 2,000-10,751 रुपये प्रति क्विंटल था. वहीं महाराष्ट्र के कोल्हापुर में प्याज का थोक दाम 5,000-13,000 रुपये प्रति क्विंटल से घटकर 2,000-10,000 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया है.
कारोबारियों ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश के कारण प्याज की आवक प्रभावित हुई थी, लेकिन मौसम में सुधार के साथ प्याज की आवक भी बढ़ेगी जिससे कीमतों में नरमी बनी रहेगी.
दिल्ली के आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट राजेंद्र शर्मा ने कहा कि आने वाले दिनों में अगर बारिश नहीं होती है तो घरेलू प्याज की आवक भी बढ़ेगी जिससे कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है.