बैंकों का विलय
बीते अगस्त महीने में केंद्र सरकार ने कई बड़े बैंकों के मर्जर का ऐलान किया था. वैसे तो यह प्रक्रिया पूरा होने में समय लगेगा लेकिन बैंकों के विलय के फैसले का फायदा देश की इकोनॉमी को मिलने की उम्मीद है. बैंकों का विशाल होना न सिर्फ इकोनॉमी के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि इससे उनके व्यावसायिक लागत में भी कमी आती है.
सरकार का कहना है कि इससे बैंक और मज़बूत होंगे और उनकी कर्ज देने की क्षमता बढ़ेगी. वर्तमान में बैंकों की कर्ज देने की स्थिति कमजोर होने से कंपनियों का निवेश प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा बैंकों को 70 हजार करोड़ रुपये देने की भी बात कही गई.