देश में तमाम समस्याएं हैं, लेकिन उन समस्याओं में जनता को कौन-सी समस्या सबसे ज्यादा परेशान कर रही है. यानी देश के सामने क्या है सबसे बड़ा मुद्दा? आजतक के सर्वे में भी लोगों से यही सवाल पूछा गया. सर्वे के नतीजे एक तरह से मोदी सरकार के लिए झटका है. (Photo: File)
दरअसल, आर्थिक सुस्ती की वजह से सबसे ज्यादा रोजगार पर असर पड़ा है. सर्वे के
आंकड़े भी कुछ इसी तरह के हैं. देश में करीब एक तिहाई लोग बेरोजगारी से परेशान
हैं. क्योंकि सर्वे में लोगों के सामने सवाल था कि आपके लिए देश में
फिलहाल सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? (Photo: File)
इस सवाल के जवाब में 32 फीसदी लोगों ने कहा कि मौजूदा दौर में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. 15 फीसदी लोग किसानों की स्थिति को बड़ी समस्या मानते हैं. जबकि 14 फीसदी लोग महंगाई से परेशान दिखे. भ्रष्टाचार को 12 फीसदी लोगों ने बड़ा मुद्दा बताया.
अर्थव्यवस्था में गिरावट से आम आदमी के साथ-साथ सरकार भी चिंतित है.
जीडीपी लुढ़क कर 4.5 फीसदी पर पहुंच गई है. लेकिन इस सर्वे में एक हैरान
करने वाला आंकड़ा भी सामने आया है. महज 10 फीसदी लोगों ने माना कि देश के
लिए अर्थव्यवस्था में गिरावट सबसे बड़ी समस्या है. यानी गिरती अर्थव्यवस्था
से केवल 10 फीसदी लोग प्रभावित हैं. (Photo: File)
शिक्षा एक फीसदी लोगों के लिए फिलहाल चिंता का विषय है. जबकि तीन फीसदी लोग मानते हैं कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता से उन्हें डर लगता है. सर्वे में एक फीसदी लोगों ने कहा कि आतंकवाद बड़ा मुद्दा है.
इससे पहले आजतक ने अगस्त 2019 में 'मूड ऑफ द नेशन' के जरिये देश का मिजाज टटोलने के लिए कोशिश की थी. अगर जनवरी 2020 और अगस्त-2019 की तुलना करते सर्वे में कई आंकड़े बिल्कुल बदल गए हैं. अगस्त 2019 में 35 फीसदी लोगों के लिए बेरोजगारी समस्या थी. जबकि जनवरी-2020 में 32 फीसदी लोगों ने सर्वे में माना कि उनके लिए बेरोजगारी चिंता का विषय है. (Photo: File)
इसके अलावा सर्वे में 5 ट्रिलियन इकोनॉमी को लेकर भी सवाल पूछा गया. लोगों के सामने सवाल था कि क्या 2024 तक भारतीय इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी? सर्वे में 42 फीसदी लोगों ने कहा कि लक्ष्य हासिल हो सकता है. जबकि 34 फीसदी ने लोगों ने कहा कि 2024 तक संभव नहीं है. जबकि 24 फीसदी लोगों ने या तो इसका जवाब देने से इनकार कर दिया या फिर उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई पता नहीं है.
'मूड ऑफ द नेशन' में लोगों के सामने एक सवाल था कि मौजूदा दौर में भारतीय अर्थव्यवस्था कैसी है? आजतक के इस सर्वे में 29 फीसदी लोगों ने कहा कि अर्थव्यवस्था सही दिशा में है और चिंता की कोई बात नहीं है. 32 फीसदी लोगों ने कहा कि पहले के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था की गति धीमी पड़ी है. 18 फीसदी लोगों ने कहा कि अर्थव्यवस्था में ग्रोथ नहीं हो रही है. जबकि 10 फीसदी लोगों ने साफ कहा कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत बहुत पिछड़ गया है.