असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और कम आय वर्ग के लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है. इस संबंध में भारतीय पेंशन निधि और विनियामक प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने सरकार को अपने सुझाव दे दिए हैं.
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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पीएफआरडीए ने श्रमिकों और कम आय वर्ग के लोगों के लिए एक समग्र योजना का सुझाव दिया है. यह योजना पेंशन और बीमा दोनों के लाभ देगी.
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पीएफआरडीए के चेयरमैन सुप्रतिम बंधोपाध्याय ने बताया, ‘‘हमने सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं. हम विचार कर रहे हैं कि अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और सुरक्षा बीमा योजना को मिलाकर क्या एक समग्र पेंशन योजना बना सकते हैं.’’
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बंधोपाध्याय ने कहा कि इस योजना का प्रबंध इस तरह किया जा सकता है कि अटल पेंशन योजना का हिस्सा पीएफआरडीए के पास आ जाए और बीमा का हिस्सा बीमा कंपनी के पास चला जाए.
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उन्होंने कहा कि यह सब योजनाएं साथ आ सकती हैं. वैसे भी सरकार की इन योजनाओं की दरें बहुत कम हैं. ऐसे में हम मंत्रालय के साथ इन योजनाओं को मिलाकर एक समग्र योजना बनाने पर विचार कर रहे हैं.
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बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ''अटल पेंशन योजना'' के पांच साल पूरे हो चुके हैं. योजना में अंशधारकों की संख्या 2.2 करोड़ से ऊपर पहुंच गई है. सिर्फ 42 रुपये के मामूली प्रीमियम से शुरू होने वालेअटल पेंशन योजना का मकसद वृद्धावस्था में आय सुरक्षा प्रदान करना है.
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इसी तरह, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और जीवन ज्योति बीमा योजना में मामूली क्रमश: 12 और 330 रुपये का सालाना प्रीमियम लगता है. ये दोनों योजनाएं 2-2 लाख रुपये का कवर देती हैं. इस योजना के तहत 18 से 70 साल तक की उम्र का कोई भी व्यक्ति कवर ले सकता है.