पीपीएफ समेत अन्य छोटी बचत योजनाओं की पहुंच ग्रामीण इलाके तक हो, इसके लिए डाक विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है. इसके लागू होने के बाद छोटी बचत योजनाओं में निवेश करना बेहद आसान हो जाएगा.
दरअसल, डाक विभाग ने अब सभी छोटी बचत योजनाओं को विस्तार देकर शाखा डाकघर स्तर तक कर दिया है. आपको यहां बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में, 1 लाख 31 हजार 113 शाखा डाकघर काम कर रहे हैं.
पत्र, स्पीड पोस्ट, पार्सल, इलेक्ट्रॉनिक मनी ऑर्डर, ग्रामीण डाक जीवन बीमा की सुविधाओं के अलावा, इन शाखा डाकघरों के द्वारा अब डाकघर बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा और सुकन्या समृद्धि खाता योजनाएं भी प्रदान की जा रही हैं.
नए आदेश के जरिए शाखा डाकघरों को सार्वजनिक भविष्य निधि, मासिक आय योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र, किसान विकास पत्र और वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाओं की सुविधाएं प्रदान करने की भी अनुमति मिल गई है.
ग्रामीण लोगों को अब वही डाकघर बचत बैंक वाली सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी, जिनका फायदा शहर में रहने वाले लोग उठा रहे हैं.
वे अपनी बचत को, अपने गांव के डाकघर के माध्यम से ही लोकप्रिय योजनाओं में जमा कर सकेंगे.
बता दें कि सरकार की ओर से हर तीन महीने पर छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है. 1 जुलाई से 30 सितंबर 2020 तक अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें पिछली तिमाही के समान हैं.