इस बीच, रेलवे ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई गईं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए राज्यों पर किराए का कोई भुगतान लंबित नहीं है. रेलवे एक मई से लेकर अब तक 4,436 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला चुका है और 62 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचा चुका है.