रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 3 अप्रैल तक के लिए प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. इस वजह से यस बैंक के ग्राहक परेशान हैं तो वहीं बैंक के निवेशकों को भी बड़ा नुकसान हुआ है.
इन हालातों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने की पहल की गई है. इसके तहत एसबीआई 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकता है. एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार के मुताबिक फिलहाल यस बैंक में 2450 करोड़ रुपये निवेश किया जाएगा.
एसबीआई के इस फैसले से निवेशकों में डर का माहौल है. यही वजह है कि शुक्रवार को शेयर बाजार के सूचकांक बीएसई इंडेक्स में एसबीआई के शेयर को 17.85 रुपये ( 6.19 फीसदी) का नुकसान हो गया.
रुद्र शेयर्स ऐंड स्टॉक ब्रोकर्स के एमडी सुनील बंसल की मानें तो एसबीआई एक ऐसे बैंक में हाथ लगाने जा रहा है, जो बर्बाद हो चुका है. यह पहली बार नहीं है कि एसबीआई किसी डूबे हुए को बचा रहा है.
इसका असर एसबीआई के बैलेंस शीट पर पड़ सकता है और कीमत एसबीआई के शेयरहोल्डर्स को चुकानी पड़ सकती है. यही वजह है कि निवेशक सहमे हुए हैं.
हालांकि, इससे एसबीआई के डिपॉजिटर्स या अन्य ग्राहकों को कोई खतरा नहीं है. मतलब ये कि अगर आप एसबीआई के ग्राहक हैं तो टेंशन फ्री रहें.
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने भरोसा दिलाया है कि इससे एसबीआई के निवेशकों को डरने की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग यस बैंक में निवेश करना चाहते हैं कि उनके लिए ये एक मौका है.
रजनीश कुमार ने कहा कि उनकी कोशिश है कि निवेश योजना को रिजर्व बैंक की समय सीमा से पहले ही पास करा लिया जाए.