दुनिया के दो बड़े देश अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है. दरअसल, अमेरिका ने इराक-ईरान बॉर्डर के पास बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हवाई हमला किया है. इस हमले में ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी समेत 7 लोगों के मारे जाने की खबर है.
इस घटना के बाद ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी ने ट्वीट कर अमेरिका को
चेतावनी दी है. इस बीच, बगदाद में स्थित अमेरिकी दूतावास ने अपने सभी नागरिकों को तुरंत इराक छोड़ने के लिए कह दिया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते तनाव का भारत पर भी असर
देखने को मिल रहा है.
शेयर बाजार धड़ाम
अमेरिका के हवाई हमले की वजह से शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 162.03 अंक लुढ़क कर 41,464.61 अंक के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी की बात करें तो 55.55 अंक (0.45%) की गिरावट के साथ 12,226.65 अंक पर रहा. दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स 230 अंक से अधिक लुढ़क गया.
इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 0.78 फीसदी यानी 320.62 अंक की बढ़त के
साथ 41 हजार 626.64 अंक पर बंद हुआ था तो वहीं निफ्टी करीब 100 अंक मजबूत
होकर 12,282.20 अंक पर रहा. निफ्टी की यह रिकॉर्ड क्लोजिंग है. वहीं
बुधवार को भी बाजार में रौनक देखने को मिली थी.
रुपया भी लुढ़का अमेरिका और ईरान के बीच तनाव की वजह से डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो गया. डॉलर के मुकाबले रुपया 42 पैसे कमजोर होकर 71.89 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई थी. डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 71.49 के स्तर पर खुला था. इससे पहले गुरुवार को रुपया 71.38 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
सोना-चांदी महंगाअमेरिका और ईरान के बीच तनाव की वजह से सोना-चांदी के भाव में शुक्रवार को काफी उछाल आया. सोना 752 रुपये उछलकर 40,652 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. गुरुवार को सोना 39,900 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक, चांदी भी 960 रुपये की तेजी के साथ 48,870 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. पिछले कारोबारी दिन में चांदी 47,910 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.
कच्चे तेल के बढ़े भाव
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच कच्चे तेल के भाव में 4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. ब्रेंट कच्चा तेल 4.4 फीसदी बढ़कर 69.16 डॉलर प्रति बैरल जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 4.3 फीसदी उछलकर 63.84 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था. इससे पहले सऊदी अरब की दो इकाइयों पर हमले के बाद सितंबर में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई थी.
पड़ेगी महंगाई की मार
कच्चे तेल के भाव में तेजी की वजह से भारत में महंगाई बढ़ने की आशंका है. दरअसल, कच्चे तेल के भाव बढ़ने की वजह से तेल कंपनियों पर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने का दबाव बढ़ जाता है. पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने की वजह से महंगाई बढ़ जाती है. महंगाई का असर सब्जी से लेकर रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट पर भी पड़ता है.