वित्तीय जांच एजेंसियां जैसे-जैसे येस बैंक के संकट की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं. बैंक के संस्थापक राणा कपूर और उनके परिवार पर त्यों-त्यों शिकंजा कसता जा रहा है. जांच के दौरान राणा कपूर की पत्नी बिंदू और बेटियां-राखी, रोशनी और राधा भाग ना जाएं, इसे सुनिश्चित करने के लिए चारों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी है. फिर भी राणा कपूर की बेटी रोशनी ने कल लंदन जाने की कोशिश की लेकिन ईडी को जैसे ही भनक लगी, मुंबई एयरपोर्ट पर रोशनी को रोक लिया गया.
सवाल ये उठता है कि रोशनी कपूर ने लंदन भागने की कोशिश क्यों की? क्या
रोशनी को पता नहीं था कि उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस है? क्या रोशनी कोई राज
छिपाने के लिए लंदन जाना चाह रही थीं? क्या ललित मोदी, नीरव मोदी, विजय
माल्या की राह पर चल रही थीं रोशनी कपूर?
इन सवालों का जवाब उन खुलासों में छिपा है, जिसकी जानकारी ईडी सूत्रों के जरिये आजतक को मिली है. ED के खुलासों के बारे में जानने से पहले आइए आपको कपूर एंड फैमिली के बारे में बताते हैं, जिन्हें येस बैंक के डूबने का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
सबसे पहले नाम आता है राणा कपूर का, येस बैंक के संस्थापक. ये फिलहाल 11 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में है. इसके बांद हैं बिंदू- राणा कपूर की पत्नी. बिंदु 18 कंपनियों की निदेशक हैं. राणा और बिन्दू की बेटियां राखी, रोशनी और राधा कपूर हैं. रोशनी 23 कंपनियों की निदेशक हैं तो राधा 20 कंपनियों की. राधा के पति आदित्य खन्ना भी कई कंपनियों में अहम भूमिका में हैं.
सूत्रों के मुताबिक कपूर परिवार इन्हीं कंपनियों के जरिये फर्जीवाड़ा में लिप्त था. इसका सीधा और आसान तरीका ये था कि कॉरपोरेट घरानों को येस बैंक से मोटा कर्ज दिया जाता था और बदले में कपूर परिवार की इन कंपनियों को मोटी रिश्वत मिलती थी.
खास बात ये है कि ज्यादातर कंपनियों में निदेशक मंडल एक ही है. ज्यादा कंपनियों में या तो कोई कर्मचारी नहीं है या फिर बहुत कम कर्मचारी. सूत्रों के मुताबिक कपूर फैमिली की कंपनियों का कोई कारोबार नहीं था लेकिन समय-समय पर इन्हें कर्ज की मोटी रकम मिलती रहती थी.
DHFL की ओर से DoIT अर्बन वेंचर्स को रुपये 600 करोड़ का लोन मंजूर करना असल में येस बैंक का लोन चुकता न करने की रिश्वत थी. DHFL से एक कंपनी को लोन जारी करवाने के लिए 40 करोड़ की संपत्ति की कीमत को बढ़ा-चढ़ाकर 735 करोड़ बताया गया.
आरोप है कि कंपनियों से मिली रिश्वत से राणा कपूर एंड फैमिली ने प्रॉपर्टी में 2000 करोड़ रुपये का निवेश किया. सूत्रों के मुताबिक कपूर परिवार की ज्यादातर संपत्तियां भारत में हैं. हालांकि, यूके में भी इनकी संपत्तियों की पहचान हुई है और उनकी कीमत आंकने की प्रक्रिया जारी है.
बचाव पक्ष का कहना है कि सारे लोन प्रक्रिया का पालन करने के बाद जारी किए गए. कोई फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है. लोगों में गुस्से की वजह से राणा कपूर को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. येस बैंक का ऑडिट अब तक नहीं किया गया है. ये कहां से कहा जा रहा है कि संपत्ति की वैल्यू महज 40 करोड़ है?
वहीं ईडी का कहना था जिस कंपनी को लोन दिया गया वो कोई काम नहीं करता. इसके बावजूद इन्हें समय-समय पर लोन के तौर पर बड़ी रकम मिली. इन कंपनियों में परिवार के लोग डायरेक्टर हैं जबकि कर्मचारी के नाम पर कोई नहीं है या है भी एक या दो लोग हैं.
राणा कपूर का कहना है कि उनकी तीनों बेटियों ने जो लोन लिया था उसे लगभग
चुका दिया गया है. ब्याज हमेशा सही तारीख पर भरा गया. 2023 तक पूरा मूलधन
चुका दिया जाएगा.