कुछ साल पहले जब भी देश के चर्चित निजी बैंकों की बात होती थी तो उसमें यस बैंक का भी नाम आता था. करीब 15 साल पहले शुरू हुआ यह बैंक आज संकट के दौर से गुजर रहा है.
बदहाली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यस बैंक का मार्केट कैपिटल 9 हजार करोड़ रुपये से नीचे है. करीब डेढ़ साल पहले यस बैंक का मार्केट कैप 90 हजार करोड़ के करीब था. डूबते यस बैंक को अब एक और बड़ा झटका लगा है.
दरअसल, नेशनल शेयर बाजार (एनएसई) के प्रमुख इंडेक्स ‘निफ्टी 50’ में 27 मार्च से यस बैंक की जगह श्री सीमेंट लेगी. इसका मतलब ये हुआ कि निफ्टी 50 में शामिल होने वाली कंपनियों में अब यस बैंक शामिल नहीं रहेगा.
इस सूची में टॉप 50 परफॉर्मर कंपनियां होती हैं. इस सूची में अकसर बदलाव होता रहता है. इसमें वही कंपनियां शामिल होती हैं जिनके परफॉर्मेंस और मार्केट कैप में सुधार होता है.
यस बैंक का क्या है हाल?
18 फरवरी यानी मंगलवार के हिसाब से देखें तो यस बैंक का शेयर 5.65% लुढ़क कर 35.05 रुपये के भाव पर आ गया. यस बैंक के मार्केट कैप की बात करें तो 8,939.41 करोड़ रुपये पर था.
इस बात की आशंका है कि बुधवार को भी यस बैंक के शेयर में गिरावट आए. यस बैंक के शेयर ने 1 अक्टूबर 2019 को ऑल टाइम लो लेवल को टच किया था. तब यस बैंक का शेयर भाव 29.05 रुपये पर था.
बता दें कि हाल ही में यस बैंक ने कहा है कि उसके चालू वित्त वर्ष की
दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करने में देरी होगी.
बैंक के मुताबिक उसका प्रबंधन इस समय फंड जुटाने की प्रक्रिया में व्यस्त
है. ऐसे में तीसरी तिमाही के परिणाम मार्च के मध्य तक आने की उम्मीद है.