वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा संसद में पेश वित्त वर्ष 2012-13 के आम बजट में रक्षा बजट को करीब 17 फीसद बढ़ाकर 1,93,407 करोड़ रुपए कर दिया गया जो पिछले साल 1,64,415 करोड़ रुपये था. उल्लेखनीय है कि इस साल कई रक्षा सौदे होने हैं जिनमें भारतीय वायुसेना के लिए 126 लड़ाकू विमानों की खरीद भी शामिल है.
बजट में निर्धारित कुल राशि में 79,500 करोड़ रुपए आधुनिक शस्त्र प्रणाली और सैन्य साजो-सामान खरीदने पर खर्च किया जाएगा.
मुखर्जी ने कहा कि यह आबंटन वर्तमान जरूरतों पर आधारित है और देश की सुरक्षा के लिए आगे किसी भी जरूरत को पूरा किया जाएगा.
इस साल जिन रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होना है उनमें सेना के तीनो अंगों के लिए 126 मीडियम मल्टी रोल लड़ाकू विमान, 145 अत्यधिक हल्के होवित्जर विमान, 197 लाईट यूटिलिटी हेलीकाप्टर और अन्य शस्त्र और प्रणालियां शामिल हैं.
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि रक्षा बलों के लिए 1,93,407 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है जिसमें से 79,500 करोड़ रुपए शस्त्रों की खरीद के लिए अलग किए गए हैं.
भारत ने अगले पांच से 10 साल में रक्षा खरीद पर 100 अरब डालर खर्च करने की योजना बनाई है.