सत्ता में आने के बाद PM मोदी ने अपने महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना का ऐलान किया था. इस योजना के तहत 100 शहरों की कायापलट की जानी है. देश के हर परिवार को अपना घर और बेहतरीन जीवनशैली मुहैया करवाने के इरादे से लॉन्च हुई प्रधानमंत्री मोदी की स्मार्ट सिटी योजना ने गुरुवार को एक कदम और आगे बढ़ाया.
UD Minister @MVenkaiahNaidu releasing the list of 20 top winners of the #SmartCities competition pic.twitter.com/r2SM8Jya27
— PIB India (@PIB_India) January 28, 2016
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने स्मार्ट सिटी की लिस्ट जारी की है जिसमें उन 20 शहरों के नाम शामिल है जिन्हें पहले स्मार्ट बनाने के लिए चुना गया है.
स्मार्ट सिटी क्या है?
स्मार्ट सिटी का मतलब ऐसे शहरों से है जहां पानी और बिजली की अच्छी व्यवस्था होगी. साथ ही साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन, शहर में आने जाने के लिए परिवहन का बेहतरीन साधन, तकनीकी कनेक्टिविटी, ई-गवर्नेंस, नागरिकों की सुरक्षा, शासन में नागरिकों की भागीदारी जैसी कई सुविधाएं मौजूद हों.
इन सुविधाओं से लैस होंगे स्मार्ट शहर
1. वर्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम
2. 24 घंटे बिजली-पानी की आपूर्ति
3. सरकारी कामों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम
4. एक जगह से दूसरे जगह तक 45 मिनट में जाने की व्यवस्था
5. स्मार्ट शिक्षा की सुविधा
6. पर्यावरण के अनुकूल माहौल
7. बेहतर सुरक्षा और मनोरंजन सुविधा
पांच सालों में स्मार्ट बनेंगे शहर
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने बताया कि इस परियोजना के लिए 50,802 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इन शहरों को आने वाले पांच सालों में तमाम सुविधाओं से लैस किया जाएगा. इस स्मार्ट सिटी परियोजना की विभिन्न चरणों के प्लानिंग में 1.52 करोड़ नागरिकों ने हिस्सा लिया.
बजट में हुई थी घोषणा
स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सबसे पहले मोदी सरकार के पहले बजट में घोषणा की गई थी. इसके लिए बजट में 7060 करोड़ रुपये का प्रावधान भी रखा गया. इस योजना के तहत चुने गए शहरों को आने वाले पांच सालों तक 100 करोड़ रुपये की मदद की जाएगी.
कैसे होगा शहरों का चुनाव
इस परियोजना के तहत 100 शहरों का चुनाव होना है. इसमें से 20 शहरों की लिस्ट गुरुवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने जारी कर दी है. आने वाले दो सालों में 40-40 शहरों का चयन किया जाएगा.