सरकार को 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन 9,224.75 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई’. उंचे आधार मूल्य की वजह से दूरसंचार कंपनियों ने स्पेक्ट्रम नीलामी में अभी ज्यादा रुचि नहीं दिखाई.
अखिल भारतीय स्पेक्ट्रम के लिए एक भी बोली नहीं मिली. सरकार ने अखिल भारतीय स्पेक्ट्रम के लिए शुरुआती मूल्य 14,000 करोड़ रुपये रखा है. मुख्य रूप से मांग गुजरात, उत्तर प्रदेश (पूर्व) तथा उत्तर प्रदेश (पश्चिम) जैसे चुनिंगद केंद्रों पर केंद्रित रही. कुल 22 दूरसंचार सर्किलों में से बोलियां सिर्फ 18 सर्किलों के लिए मिलीं. दिल्ली, मुंबई, राजस्थान और कर्नाटक सर्किलों के लिए पहले दिन एक भी बोली प्राप्त नहीं हुई.
दूरसंचार सचिव आर चंद्रशेखर ने कहा, ‘ नीलामी के सात दौर आज पूरे हुए. नीलामी अभी पूरी नहीं हुई है और बुधवार को जारी रहेगी. 176 ब्लाक की पेशकश की गयी जिसमें से 98 के लिये बोली आयी.’’ अंतिम दौर की नीलामी के बाद कुल मिलाकर 9,224.75 करोड़ रुपये की बोली प्राप्त हुई. सातवें दौर की नीलामी में उत्तर प्रदेश (पश्चिम) तथा गुजरात सर्किलों के लिये कोई बोली नहीं मिली.
सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) के महासचिव आर एस मैथ्यूज ने कहा कि हमने कहा था कि उंचे आरक्षित मूल्य की वजह से कम कंपनियां ही इसमें शामिल होंगी और यही हो रहा है.
उन्होंने कहा कि सीओएआई ने सही अनुमान लगाया था कि कई सर्किलों में एक भी बोली नहीं मिलेगी. मैथ्यूज ने कहा कि नीलामी दो दिन से ज्यादा नहीं चलेगी.
सातवें दौर में बिहार को छोड़कर अधिकतर सर्किलों में स्पेक्ट्रम के लिये कम मांग देखी गयी. बिहार के मामले में नीलामी के लिये पेशकश सभी 8 ब्लाक के लिये बोली प्राप्त हुई. नीलामी का सातवां दौर पूरा होने के बाद असम में 7 ब्लाक, हरियाणा, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर के लिए 6-6 ब्लाकों और महाराष्ट्र क्षेत्र के लिए 5 बोलियां प्राप्त हुई हैं.
वहीं आंध्र प्रदेश, कोलकाता और तमिलनाडु सर्किलों के लिये 8 ब्लाकों की पेशकश पर सिर्फ 4 ब्लाकों के लिए बोलियां मिली हैं. उत्तर प्रदेश (पूर्व), हिमाचल प्रदेश, केरल तथा पंजाब में केवल एक ब्लाक के लिये बोली प्राप्त हुई.
भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्युलर, वीडियोकॉन और नॉर्वे की टेलीनार जीएसएम स्पेक्ट्रम के लिए दौड़ में हैं, जबकि सीडीएमए स्पेक्ट्रम के लिए टाटा टेलीसर्विसेज और वीडियोकान के हटने के बाद कोई कंपनी दौड़ में नहीं रह गई.