देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने पांच सहयोगी बैंकों को विलय करने की तैयारी में है. यह जानकारी बैंक की चेयरमैन अरुंधती भट्टाचार्य ने एक आर्थिक पत्र को दी.
स्टेट बैंक के पांच एसोसिएट बैंक हैं, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर. इसके पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सात एसोसिएट बैंक थे, जिसमें से स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र तथा स्टेट बैंक ऑफ इंदौर का इसमें विलय हो चुका है.
पत्र ने लिखा है कि इन बैंकों के विलय से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एसेट बेस 21.90 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा. इतना ही नहीं इसके पास 5,658 ब्रांच और हो जाएंगे. इससे इसका मार्केट शेयर 19 प्रतिशत से बढ़कर 24 प्रतिशत हो जाएगा. भट्टाचार्य ने कहा कि विलय के पहले हमें मुख्य बैंक की स्थिति को और मजूबत करना होगा. इसके बाद ही कोई बड़ा कदम उठाना उचित होगा और वह समय आ गया है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के इन सहयोगी बैंकों के बारे में एक दशक पहले ही सोचा गया था लेकिन यह कई कारणों से टलता गया. इन बैंकों के यूनियन ने भी इसमें बाधा डाली.