केंद्रीय सार्वजनिक उद्यमों (सीपीएसई) का आधा निवेश पिछले पांच सालों में सिर्फ पांच राज्यों में हुआ. यह जानकारी एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के एक अध्ययन से मिली. अध्ययन के मुताबिक 2008-09 से 2012-13 के बीच सीपीएसई ने 5.5 लाख करोड़ रुपये (91 अरब डॉलर) निवेश किया, जिसमें से आधा पांच राज्यों में ही हुआ.
इन पांच राज्यों में शामिल हैं: महाराष्ट्र (20 फीसदी), आंध्र प्रदेश (8.4 फीसदी), तमिलनाडु (8.1 फीसदी), ओडिशा (6.7 फीसदी) और उत्तर प्रदेश (6.2 फीसदी).
अध्ययन के मुताबिक यदि नई परियोजनाओं के कार्यान्वयन में देरी नहीं हुई होती तो यह निवेश और अधिक होता और इससे रोजगार भी अधिक बढ़ता.
एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा, 'निवेश कई बातों पर निर्भर करता है, जिनमें शामिल हैं राज्य की अर्थव्यवस्था, किसी सीपीएसई का ऐतिहासिक आधार, राज्य का औद्योगिक माहौल और केंद्र सरकार की प्राथमिकता.'
अधिक निवेश वाले अन्य प्रमुख राज्यों में शामिल हैं, पश्चिम बंगाल (5.3 फीसदी), छत्तीसगढ़ (4.8 फीसदी), असम (3.9 फीसदी), मध्य प्रदेश (3.8 फीसदी) और हिमाचल प्रदेश (3.4 फीसदी).
वर्ष 2012-13 में सीपीएसई द्वारा किया गया निवेश साल-दर-साल आधार पर 9.05 फीसदी अधिक रहा.