कोयला मंत्रालय ने 8 कोयला खानों के लिए आवंटन रद्द करने के पत्र जारी किए हैं. इन कोयला खानों का आबंटन रद्द करने की सिफारिश अंतर मंत्रालयी समूह ने की थी.
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, ‘सरकार ने एकल कंपनी या संयुक्त रूप से कंपनियों को दी गयी कम से कम 8 कोयला खानों के लिए पत्र जारी किए हैं.’ आवंटन रद्द होने से ग्रासिम इंडस्ट्रीज, गुजरात अंबुजा सीमेंट, लाफार्ज, इलेक्ट्रोथर्म और केसोराम इंडस्ट्रीज के प्रभावित होने की संभावना है.
कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि 13 खानों के आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया चल रही है.
सरकार ने इन कोयला खानों का आवंटन इसलिये रद्द किया क्योंकि इनका विकास तय समय सीमा के भीतर नहीं किया गया, इसके साथ ही इसकी क्या वजह रही इसका भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.
जिन कोयला खानों का आवंटन रद्द किया गया उनमें भास्करपारा खान का आवंटन इलेक्ट्रोथर्म इंडिया और ग्रसिम इंडस्ट्रीज को किया गया था.
दुर्गापुर दो सरिया कोयला ब्लॉक का आवंटन बी.डी. पावर, दहेगांव और मकरढोकरा चार कोयला ब्लॉक का आवंटन संयुक्त तौर पर आईएसटी स्टील एण्ड पावर, गुजरात अंबुजा सीमेंट और लाफार्ज इंडिया को किया गया था.
गोंडखड़ी कोयला ब्लॉक महाराष्ट्र सीमलेस, धारीवाल इंफ्रा प्रा. लिमिटेड और केसोराम इंडस्ट्रीज को आवंटन हुआ था. इसके अलावा माकी मांगली दो, तीन और चार कोयला खान का आवंटन वीरांगना स्टील और चिनोरा एण्ड वरोरा (वेस्ट) को फील्डमाइनिंग और इस्पात के लिये किया गया था.
मध्यप्रदेश में रमनवाड़ा उत्तरी ब्लॉक एसकेएस इस्पात एण्ड पॉवर और नेरेड मालेगांव ब्लॉक गुप्ता मेटेलिक्स एण्ड गुप्ता कोल को दिया गया था.