चीनी, खाद्य तेलों, सब्जियों तथा दालों की कीमतों में तेजी से सितंबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 9.73 प्रतिशत पर रही. हालांकि यह इससे पिछले महीने की तुलना में मामूली कम है.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति 10.03 प्रतिशत पर थी. पिछले महीने कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी चीनी में देखने को मिली. सालाना आधार पर चीनी के दाम 19.4 प्रतिशत बढ़े.
शहरी क्षेत्रों में खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर 9.72 प्रतिशत पर आ गई. यह अगस्त में 10.19 प्रतिशत थी. वहीं ग्रामीण क्षेत्र की खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में 9.79 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 9.9 फीसद पर थी. हालांकि, सितंबर माह के सीपीआई आंकड़ों में डीजल कीमतों में सरकार द्वारा 13 सितंबर को की गई बढ़ोतरी का प्रभाव पूरी तरह नहीं दिखा है.
खाद्य तेलों की मुद्रास्फीति सितंबर में बढ़कर 18.54 प्रतिशत पर रही. दालों की 16.2 प्रतिशत, सब्जियों की 14.3 प्रतिशत, जबकि मांस, मछली तथा अंडों की मुद्रास्फीति 12.06 फीसद पर रही.
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने अपनी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में महंगाई की स्थिति पर चिंता जताई थी. उद्योग जगत के दबाव के बावजूद केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में महंगाई की वजह से कटौती नहीं की थी.