बाजार की सुस्त चाल से परेशान कार कंपनियों को अब त्योहारों के दौरान होने वाली बिक्री से काफी उम्मीद है और वे इसे भुनाने के लिये ग्राहकों को छूट के जरिये रिझाने में जुट गयी हैं.
होंडा सिएल कार्स, टाटा मोटर्स, फोर्ड इंडिया तथा मारुति सुजुकी समेत अन्य कार कंपनियां ग्राहकों को वाहन खरीदने को लेकर प्रोत्साहित करने के लिये करीब 60,000 रुपये तक छूट दे रही हैं.
कंपनियां आगामी त्योहारों के दौरान ग्राहकों को आकर्षित करने के लिये नकद छूट, मुफ्त बीमा, लायल्टी एक्सचेंज बोनस तथा अन्य सामान देने की पेशकश कर रही हैं. होंडा सिएल कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री तथा विपणन) जानेश्वर सेन ने कहा, ‘हम त्योहारों के दौरान अपने ग्राहकों को विशेष योजनाओं की पेशकश कर रहे हैं. ब्रियो, सिटी, सिविक तथा एकार्ड पर एक रुपये में बीमा योजना की पेशकश की गयी है.’ उन्होंने कहा कि माडल, लाभ तथा स्थानों के हिसाब से छूट 60,000 रुपये तक मिल सकती है.
इसी तरह फोर्ड इंडिया भी नरमी प्रभाव से निपटने के लिये बड़ी छूट की पेशकश कर रही है.’ फोर्ड इंडिया के उपाध्यक्ष (विपणन) अनुराग मेहरोत्रा ने कहा, ‘त्योहारों का समय हमारे लिये हमेशा महत्वपूर्ण रहा है. हम अपने ग्राहकों को गिफ्ट वाउचर तथा लायल्टी एक्सचेंज बोनस दे रहे हैं. हमने इस प्रकार की छूट पिछले महीने ओणम से देनी शुरू की और हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.’ उन्होंने कहा कि कंपनी स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन इंडवेर के खरीदारों को 52,000 रुपये मूल्य का साजो सामान दे रही है.
टाटा मोटर्स भी दूसरी कंपनियों से पीछे नहीं है और वह भी अपने यात्री वाहनों के लिये विभिन्न प्रकार की छूट दे रही है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम विशेष अवधि के लिये योजनाओं की पेशकश करते हैं और फिलहाल यात्री वाहनों पर छूट 10,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच है. यह विभिन्न माडलों पर निर्भर है.’
मारुति सुजुकी इंडिया भी अल्टो, वैगन आर, एस्तिलो जैसे माडलों पर मुफ्त साजो-सामान या पकद वाउचर अथवा दोनों के रूप में 30,000 रुपये से 35,000 रुपये तक छूट दे रही है. ऊंची ब्याज दर, ईंधन कीमतों में वृद्धि तथा मुद्रास्फीति दबाव के कारण कार कंपनियों को बिक्री बनाये रखने में मुश्किल हो रही है.
सोसाइटी आफ इंडियन आटोमोबाइल मैनुफैक्चर्स (सियाम) के आंकड़ों के अनुसार जुलाई महीने में देश में कार बिक्री केवल 6.71 प्रतिशत बढ़ी. आलोच्य महीने में घरेलू कारों की बिक्री 1,43,496 इकाई रही जबकि पिछले वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 1,34,473 इकाई थी.