scorecardresearch
 

किंगफिशर ने की तालाबंदी की घोषणा, गुरुवार तक सभी उड़ानें निलंबित

किंगफिशर एयरलाइन ने सोमवार रात से तत्काल प्रभाव से आंशिक तालाबंदी की घोषणा कर दी और बृहस्पतिवार तक सभी उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया गया है. किंगफिशर के कर्मचारियों के एक वर्ग की हड़ताल के बाद यह फैसला किया गया है.

Advertisement
X

किंगफिशर एयरलाइन ने सोमवार रात से तत्काल प्रभाव से आंशिक तालाबंदी की घोषणा कर दी और बृहस्पतिवार तक सभी उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया गया है. किंगफिशर के कर्मचारियों के एक वर्ग की हड़ताल के बाद यह फैसला किया गया है.

Advertisement

विजय माल्या के स्वामित्व वाली निजी एयरलाइन ने एक बयान में कहा है कि कुछ कर्मचारियों की हिंसा, आपराधिक धमकी, हमले और काम पर आने वालों को रोके जाने सहित अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के चलते वह आंशिक तालाबंदी की घोषणा करने के लिए बाध्य हुई है.

सोमवार को सभी 50 उड़ानें करनी पड़ी रद्द
किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कम्पनी को सोमवार को अपनी सभी 50 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.

किंगफिशर के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा, 'हड़ताली कर्मचारियों ने धमकी दी, यहां तक कि जो कर्मचारी हमेशा की तरह काम पर पहुंचे उनके साथ मारपीट भी की.' कम्पनी ने कहा कि वह कर्मचारियों से बात कर रही है और संचालन शुरू करने के लिए प्रबंधन हर सम्भव उपाय करेगा.

सरकार ने दी सुरक्षा चेतावनी
नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि प्रमाणित इंजीनियर इस बात की जांच करेंगे कि वह नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा तय किए गए सुरक्षा मानकों का पालन करती है या नहीं. उन्होंने कहा कि यदि कम्पनी जांच में असफल रहेगी, तो उसे उड़ान संचालन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

Advertisement

महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक महानिदेशक अरुण मिश्रा ने विमानन कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल को कम्पनी के संचालन पर स्थिति रिपोर्ट पेश करने के लिए बुलाया है.

किसी भी विमान की उड़ान के लिए रखरखाव इंजीनियरों की मंजूरी मिलना जरूरी होता है. ये इंजीनियर उन्हें तनख्वाह न मिलने व लगभग छह महीने का बकाया न मिलने के विरोध में रविवार रात अचानक हड़ताल पर चले गए. जिसके कारण कम्पनी उड़ानों का संचालन नहीं कर पाई. इंजीनियरों ने पांच अक्टूबर तक बकाए वेतन का भुगतान करने की मांग की है.

Advertisement
Advertisement