दीदी ने पिछले बजट में 375 आदर्श स्टेशन की घोषणा की थी. जिनमे पीने का साफ पानी, टॉयलेट, वेटिंग रुम, महिलाओं के लिए सोने की व्यवस्था, कैटरिंग जैसी सुविधाए होंगी. लेकिन ये आदर्श भी सिर्फ बातों मे ही रह गया. हांलाकि रेलवे का मानना है कि काम चल रहा है.
दीदी ने पिछले साल के बजट में और भी घोषणाएं की थीं. एयर कंडीशंड डबल डेकर कोच चलाने का वादा था, लंबी दूरी की ट्रेनों में डॉक्टर की व्यवस्था की बात की गई थी औऱ मनोरंजन के साधन भी. अपंग लोगो के लिए खास व्हीलचेयर रैंप, बुजुर्गो के लिए लिफ्ट की भी बडी बडी बाते कही गई थी लेकिन पिछले बजट की घोषणाएँ सिर्फ खयाली पुलाव बन कर रह गई.