केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि सरकार वित्तीय घाटा कम करने और विकास को आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही और उपायों की घोषणा करेगी. भारतीय रिजर्व बैंक की ताजा मौद्रिक समीक्षा घोषणा पर प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने कहा कि रिजर्व बैंक की अगली समीक्षा घोषणा विकास के लिए सहायक होगी.
चिदंबरम ने आरबीआई की समीक्षा पर प्रतिक्रिया में कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आज और 30 अक्टूबर के बीच चूंकि सरकार कई अतिरिक्त नीतिगत कदम उठाने वाली है और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय करने वाली है, इसलिए 30 अक्टूबर को आरबीआई की प्रतिक्रिया विकास के लिए अधिक सहायक होगी.
रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को मध्य तिमाही समीक्षा में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करते हुए नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 0.25 फीसदी कटौती कर दी. सीआरआर में इस कटौती से अर्थव्यवस्था में 17,000 करोड़ रुपये की तरलता जारी होने का अनुमान जताया गया है.
सीआरआर में 25 आधार अंक की कटौती कर इसे 4.50 फीसदी कर दिया गया। नई सीआरआर दर 22 सितम्बर 2012 से लागू होगी. मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया. बैंक ने कहा कि महंगाई अभी तक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
रिजर्व बैंक ने रेपो दर और रिवर्स रेपो दर को क्रमश: आठ फीसदी और सात फीसदी पर बरकरार रखा. रेपो दर वह दर होती है, जिस पर रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है. रिवर्स रेपो दर वह दर है, जिस पर वह वाणिज्यिक बैंकों से उधार लेता है. आरबीआई 30 अक्टूबर 2012 को अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा.