संकटग्रस्त विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के पायलटों का एक वर्ग मार्च महीने के वेतन का तत्काल भुगतान किए जाने की मांग के साथ शनिवार से हड़ताल पर चला गया. इससे कंपनी को मुंबई से 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.
कंपनी सूत्रों ने बताया कि मुंबई में पायलटों का एक समूह हड़ताल पर चला गया है. कंपनी ने बार-बार वादा करने के बावजूद उसे पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पायलटों की हड़ताल के चलते मुंबई से कुछ उड़ानें पहले ही रद्द की जा चुकी हैं और कई और उड़ानें रद्द होने वाली हैं.
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई से किंगफिशर एयरलाइंस की सात उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. पायलटों के एक समूह और कंपनी के मुख्य कार्यकारी संजय अग्रवाल के बीच हुई एक बैठक के बाद यह हड़ताल की गई. बैठक में अग्रवाल से मार्च के वेतन के बारे में पूछताछ की, लेकिन बैठक बेनतीजा रही.
सूत्रों ने कहा कि करीब 15 पायलट मार्च की तनख्वाह के बारे में पूछताछ करने के लिए सीईओ के पास गए थे क्योंकि प्रबंधन द्वारा पायलटों से वादा किया गया था कि उन्हें 17 अगस्त तक वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा. उन्हें डेढ़ घंटे इंतजार कराया गया और फिर बताया गया कि चेयरमैन (विजय माल्या) ने कहा है कि उन्हें मंगलवार तक भुगतान कर दिया जाएगा.
सूत्रों ने कहा कि पायलटों ने आश्वासन मानने से मना कर दिया क्योंकि चेयरमैन बकाया वेतन के भुगतान के मुद्दे पर अपनी पूर्व की प्रतिबद्धताओं से बार-बार पलट चुके हैं, इसलिए उन्होंने हड़ताल पर जाने का निर्णय किया. उल्लेखनीय है कि किंगफिशर एयरलाइंस ने अपने ज्यादातर कर्मचारियों को मार्च से वेतन का भुगतान नहीं किया है.
कंपनी के खातों पर पहले ही कंपनी मामलों का मंत्रालय नजर रख रहा है. मंत्रालय ने हाल ही में ऋणग्रस्त कंपनी के बही खातों की जांच का आदेश दिया है. शेयरधारकों से किंगफिशर द्वारा कंपनी कानून के निश्चित प्रावधानों का कथित तौर पर उल्लंघन करने की शिकायतें मिलने के बाद मंत्रालय ने यह आदेश दिया. किंगफिशर के प्रवक्ता टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे.