वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने संसद में बजट का पिटारा खोल दिया है. उन्होंने देश की मौजूदा वित्तीय हालत पर संतोष जताते हुए और आर्थिक प्रगति की आशा जताई है.
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सरकार के सामने तीन मुख्य लक्ष्य हैं- वित्तीय हालत को सुदृढ़ करना, ऊंची विकास दर हासिल करना और पूंजी निवेश को बढ़ावा देना. उन्होंने कहा कि सरकारी खर्चों पर लगाम कसने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
वित्तमंत्री ने कहा कि 2010-11 में अच्छी आर्थिक प्रगति हुई है. अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार ने गांवों की तरक्की का भी पूरा खयाल रखा है. गांवों में भी भारी तरक्की देखी जा रही है. उन्होंने देश को विश्वास दिलाया कि विकास के लिए पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी.