नवनियुक्त ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि सुचारू बिजली की आपूर्ति एवं सरकार और निजी कंपनियों के बीच बेहतर तालमेल बिठाना उनकी प्राथमिकताएं होंगी. सिंधिया को रविवार को ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया. इस अवसर अपनी पहली टिप्पणी में उन्होंने कहा, ‘प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर होगी बिजली की सुचारू आपूर्ति..सरकार और निजी कंपनियां तालमेल के साथ देश के विकास के लिए कार्य करें.’
सिंधिया को यह प्रभार ऐसे समय में सौंपा गया है जब यह सेक्टर ईंधन के गंभीर संकट से गुजर रहा है जिससे ऊर्जा उत्पादन प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा बिजली की दरों की समीक्षा और वितरण कंपनियों की वित्तीय दशा सुधारना भी उनके लिए एक चुनौती होगी.
सिंधिया ने कहा, ‘मैं कोयला और पर्यावरण मंत्रालय से सामंजस्य बिठाने की कोशिश करूंगा’ उन्होंने कहा कि वह कोयला उत्पादन के लिए पर्यावरण मंजूरी दिलाने पर ध्यान देंगे जिससे देश में कोयला उत्पादन बढ़े और ऊर्जा सेक्टर को समय से कोयला मिले जिससे बिजली उत्पादन बढ़ाया जा सके.