केन्द्रीय उत्पाद शुल्क सूचना महानिदेशालय के अधिकारियों ने एक आईटी सेवा कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी को गिरफ्तार किया है. कंपनी का अधिकारी 2.94 करोड़ रुपये सर्विस टैक्स भुगतान करने में कथित तौर पर विफल रहा.
कंपनी के कार्यालयों में तलाशी के दौरान यह पाया गया कि उसने 2010 से सर्विस टैक्स संग्रह किया था, लेकिन सरकार को इसका भुगतान नहीं किया. केन्द्रीय उत्पाद शुल्क आसूचना के अतिरिक्त महानिदेशक ए.के. सिंह ने कहा, पूछताछ करने पर कंपनी के निदेशक ने यह स्वीकार किया कि कंपनी ने मार्च, 2015 तक की अवधि के लिए 2.94 करोड़ रुपये सर्विस टैक्स का संग्रह किया, लेकिन उसे सरकार के पास जमा नहीं किया.
आपको बता दें कि सर्विस टैक्स किसी व्यक्ति द्वारा प्रदान की गई सेवाओं पर लगाया जाता है और इस टैक्स का भुगतान करने की जिम्मेदारी सेवा प्रदाता की होती है. यह एक अप्रत्यक्ष कर है क्योंकि यह सेवा प्रदाता द्वारा उसके व्यावसायिक लेन-देन की अवधि में सेवा प्राप्तकर्ता से वसूल किया जाता है.