आधार अथॉरिटी UIDAI ने आधार डाटा लीक होने की आशंका से इनकार किया है. अथॉरिटी ने उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि 500 रुपये में करोड़ों आधार की डिटेल हासिल की गई. UIDAI ने कहा है कि रिपोर्ट में तत्थ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है. अथॉरिटी ने एक बार फिर भरोसा दिलाया कि आधार डिटेल सुरक्षित है और किसी भी तरह का डाटा लीक नहीं हुआ है.
मिले 100 करोड़ आधार की डिटेल
अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून ने एक रिपोर्ट छापी थी. इसमें दावा किया जा रहा था कि उन्होंने एक व्हाट्सऐप ग्रुप से मात्र 500 रुपये देकर सर्विस खरीदी और 100 करोड़ आधार कार्ड की डिटेल पर उन्हें एक्सेस मिल गया.
सिर्फ शेयर होता है आधार नंबर
इस पर सफाई जारी करते हुए UIDAI ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. इसमें उन्होंने बताया कि आधार की ये सुविधा शिकायतों के निवारण के लिए सिर्फ कुछ संबंधित अधिकारियों और राज्य सरकार के अधिकारियों को दी गई है. ये लोग सिर्फ आधार नंबर डालकर आधार से जुड़ी शंकाओं को दूर करने का काम करते हैं.
रखी जाती है नजर
अथॉरिटी ने कहा कि आधार से जुड़ी सेवाएं मुहैया करने वालों पर करीब से नजर रखी जाती है. ऐसे में अगर किसी भी तरह से आधार डाटा का दुरुपयोग करने की कोशिश भी जाती है, तो इसका पता चल जाएगा और कार्रवाई की जा सकती है. यूआईडीएआई ने कहा है कि यह मामला शिकायत निवारण सेवा के गलत इस्तेमाल का नजर आ रहा है. इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
होती है लिमिटेड एक्सेस
यूआईडीएआई ने कहा कि शिकायत निवारण सर्च फैसिलिटी को भी आधार डिटेल को लेकर सीमित एक्सेस होती है. इन लोगों को भी बायोमैट्रिक डिटेल तक पहुंचने की अनुमति नहीं होती है. अथॉरिटी ने साफ किया कि बायोमैट्रिक डाटा लीक नहीं हुआ है. उसने कहा कि सिर्फ डेमोग्राफिक डिटेल से आधार डाटा लीक हो सकता है.
आधार कोई सीक्रेट नंबर नहीं
यूआईडीएआई ने एक बार फिर कहा कि आधार कोई सीक्रेट नंबर नहीं है . क्योंकि इस नंबर को आप किसी भी सरकारी एजेंसी के साथ शेयर कर सकते हैं. ताकि आप इससे जुड़े काम को निपटा सकते हैं.
इसका मतलब ये कतई नहीं है कि आधार नंबर को शेयर करने से आपको कोई दिक्कत होगी. अथॉरिटी ने कहा कि सिर्फ आधार नंबर शेयर करने से धोखाधड़ी का खतरा पैदा नहीं होगा.