अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (ATL) ने एस्सार पावर लिमिटेड (Essar Power) की एक ट्रांसमिशन लाइन को खरीदने की डील फाइनल कर दी है. एस्सार ने अपनी दो पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट में से एक अडानी ट्रांसमिशन को 1913 करोड़ रुपये में बेचने पर सहमती जताई है. अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के एक बयान के अुनसार, एस्सार पावर की ये ट्रांसमिशन लाइन 673 किलोमीटर की एक इंटर स्टेट परियोजना है. एस्सार का ये कदम उसके कर्ज को कम करने की रणनीति का हिस्सा है.
अडानी ट्रांसमिशन को मिलेगी मजबूती
अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (ATL) के एमडी और सीईओ अनिल सरदाना ने कहा कि एस्सार की ट्रांसमिशन लाइन (EPTCL) का अधिग्रहण मध्य भारत में ATL की उपस्थिति को मजबूत करेगा. इस अधिग्रहण के साथ ATL अपने 20,000 किलोमीटर के लक्ष्य को समय से पहले हासिल करने की राह पर है. हम ग्रिड स्थिरता के मामले में सबसे आगे बने हुए हैं.
तीन राज्यों में एस्सार के प्रोजेक्ट
वहीं, इस डील को एस्सार ग्रुप के पावर ट्रांसमिशन के बिजनेस से बाहर निकलने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड ने जिस प्रोजेक्ट को खरीदने के लिए समझौता किया है, वो ट्रांसमिशन लाइन मध्य प्रदेश के महान को पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के सिपत पूलिंग सब स्टेशन से लिंक करती है.
अडानी ट्रांसमिशन का नेटवर्क बढ़ा
अडानी के लिए ये अधिग्रहण उसकी ग्रोथ का हिस्सा है. एस्सार की इस ट्रांसमिशन लाइन को खरीदने के बाद अडानी ट्रांसमिशन का नेटवर्क 19,468 सर्किट किलोमीटर तक पहुंच गया है. इसमें से 14,952 सर्किट किलोमीटर परिचालन में है, जबकि बाकी 4,516 सर्किट किलोमीटर पर काम कई स्टेज में चल रहा है.
बैलेंसशीट को क्लीन करने की रणनीति
एस्सार पावर के सीईओ कुश एस ने कहा कि इस डील के साथ कंपनी अपनी बैलेंसशीट को क्लीन कर ग्रीन एनर्जी के सेक्टर में निवेश करने का प्लान बना रही है. फिलहाल भारत और कनाडा में एस्सार पावर के चार पावर प्लांट्स हैं, जिनकी बिजली उत्पादन की क्षमता 2,070 मेगावॉट है.