एयर इंडिया वैश्विक विमानन कंपनियों के संगठन ‘स्टार अलायंस’ का हिस्सा बन गई है जिससे विमानन कंपनी के यात्री 1300 से अधिक जगहों तक अबाधा यात्रा करने का मौका मिलेगा. सात साल के लंबे इंतजार के बाद स्टार अलायंस के मुख्य कार्यकारी बोर्ड (सीईबी) ने लंदन में अपनी बैठक के बाद एयर इंडिया इस समूह में शामिल करने का समर्थन किया.
नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा, ‘हमें यह कहते हुए खुशी हो रही है कि एयर इंडिया स्टार एयरलाइंस का हिस्सा बन गया है. यह विश्व के सबसे बड़े संगठनों में से एक है.’ उन्होंने कहा कि इस संगठन से जुड़ने पर एयर इंडिया की आय 4-5 प्रतिशत बढ़ सकती है. इसके साथ ही एयरइंडिया इस वैश्विक संगठन से जुड़ने वाली देश की पहली और सबसे बड़ी विमानन कंपनी बन गई है. कंपनी को इस संगठन में शामिल करने से जुड़ा औपचारिक समारोह अगले कुछ महीने में होगा जिसके लिए एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर और एयरबस ए-320 पर स्टार अलायंस का प्रतीक चिह्न चित्रित कराए जा रहे हैं. इस पहल से एयरइंडिया के यात्रियों की पहुंच एलायंस के 195 देशों में 1,328 हवाईअड्डों पर 21,980 से अधिक उड़ानों के वैश्विक नेटवर्क तक होगी. स्टार अलायंस की सदस्य विमानन कंपनियों के पास कुल 4,338 विमान हैं और साल भर में 64 करोड़ से अधिक यात्री उड़ान भरते हैं और इनमें से कई इस संगठन के पूरे नेटवर्क में यात्रा कर सकते हैं.
एयरइंडिया स्टार अलायंस की ओर से अखिल-भारतीय नेटवर्क के भागीदार सदस्यों के यात्रियों को अबाध संपर्क प्रदान करेगी. स्टार अलायंस के सदस्यों में अमेरिकी विमानन कंपनी यूनाइटेड, सिंगापुर एयरलाइंस, लुफ्थांसा, एयर चायना, एयर कनाडा, स्विस, ऑस्ट्रियन, ऑल निप्पन एयरवेज, थाइ और टर्किश एयरलाइंस शामिल हैं.