एयरटेल ने इंटरनेट वॉयस कॉल के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूलने की योजना टाल दी है. निजी क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनी ने स्काईप और वाइबर जैसे अप्लीकेशन के जरिये इंटरनेट पर बातचीत (वीओआईपी) की दरें पहली जनवरी से बढ़ाने की घोषणा की थी, जिसका तीखा विरोध हो रहा था.
भारती ने अपने ताजा फैसले की घोषणा करते हुये कहा, ‘हमने इस तरह की खबर देखी है कि ट्राई (नियामक) वीओआईपी समेत ओटीटी (ओवर द टॉप कंटेन्ट) इकाइयों द्वारा पेश किये जाने वाली सेवाओं से जुड़े मुद्दों पर परिचर्चा पत्र पेश करने जा रहा है. इसलिए हमने अपना वीओआईपी पैक्ट पेश करने का प्रस्ताव लागू नहीं करने का फैसला किया है.’
एयरटेल ने इससे पहले इंटरनेट पर कॉल (वीओआईपी) सुविधा के लिए 3जी नेटवर्क पर चार पैसे प्रति 10केबी और 2जी नेटवर्क पर 10 पैसे प्रति 10केबी की दर से चार्ज लगाने की घोषणा की थी. कंपनी ने इसके अलावा अपना खुद का एक विशेष वीओआईपी पैकेज भी घोषित किया था.
कंपनी ने उम्मीद जाहिर की है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की प्रस्तावित परिचर्चा से इस मुद्दे का कोई संतुलित समाधान निकलेगा.
एयरटेल के प्रस्ताव की आलोचना करने वालों ने इसे इंटरनेट की निरपेक्षता एवं स्वतंत्रता का मुद्दा बनाया था. सरकार ने कहा था कि वह कंपनी के प्रस्ताव की समीक्षा करेगी.