चीन की ई-कॉमर्स दिग्गज अलीबाबा और भारतीय ई-रीटेल कंपनी स्नैपडील के बीच स्ट्रैटेजिक करार पर एक बार फिर बातचीत शुरू हो गई है. एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक इस करार से जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि अलीबाबा के नेतृत्व में निवेशकों का एक नया समूह स्नैपडील के साथ बातचीत कर रहा है.
भारत के बाजार में घुसने की कोशिश में अलीबाबा ने इस समूह में ताइवान की फॉक्सकॉन टेक्नॉलजी को शामिल करने का फैसला किया है जो कि वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक गुड्स का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट निर्माता है. गौरतलब है कि फॉक्सकॉन ताइवान में अमेरिकी कंपनी एप्पल के लिए प्रोडक्ट एसेंबलिंग का काम करता है और वह लंबे समय से ई-कॉमर्स और क्लाउड-कंप्यूटिंग के क्षेत्र में अलीबाबा के साथ करार करने की कोशिश में है. सूत्रों के मुताबिक, अलीबाबा और फॉक्सकॉन के बीच करार अंतिम चरणों में है और जल्द इसकी घोषणा की जा सकती है. गौरतलब है कि फॉक्सकॉन के वरिष्ठ अधिकारी भारत में सरकारी हल्कों में लगातार मुलाकात कर रहे हैं और निवेश के मौकों को देख रहे हैं.
यह कोई पहला मौका नहीं कि अलीबाबा भारत के ई-रीटेल मार्केट में एंट्री करने की कोशिश में है. इससे पहले मार्च में अलीबाबा और स्नैपडील के बीच करार लगभग पूरा कर लिया गया था लेकिन अंतिम मौके पर कंपनी की वैल्युएशन पर उपजे विवाद के चलते डील को रोक दिया गया था. इसके बाद फरवरी में अलीबाबा ने भारतीय मोबाइल कॉमर्स कंपनी Paytm में 55 करोड़ डॉलर का निवेश कर भारतीय बाजार में एंट्री कर ली थी.
जानकारों का मानना है कि अगर यह करार हो जाता है तो स्नैपडील का वैल्यूएशन छह-सात अरब डॉलर का हो जाएगा. गौरतलब है कि भारत में स्नैपडील की प्रतिद्वंदी कंपनी फ्लिपकार्ट भी भारतीय बाजार में अपना विस्तार करने के लिए लगभग 55 करोड़ डॉलर के निवेश के लिए योजना बना रही है.