संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. बजट सत्र पर सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. सरकार महंगाई समेत हर मुद्दे पर बहस को तैयार है. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि सभी दलों ने सहयोग का भरोसा दिया है.
सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र से पहले दिल्ली में आज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई ताकि सभी दलों के बीच बड़े मुद्दों पर आम राय बनाई जा सके. सोमवार से बजट सत्र शुरु होगा. 8 जुलाई को रेल बजट पेश किया जाएगा जबकि 10 जुलाई को आम बजट पेश किया जाएगा. इस बार का बजट सत्र कुल 168 घंटे चलेगा. सत्र के दौरान सरकार महंगाई समेत सभी राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस को तैयार है.
संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडु ने बताया कि बैठक में विपक्षी दलों ने मंहगाई, रेल किराए में बढ़ोत्तरी, तमिल मछुआरों की समस्या और संघषर्रत इराक में भारतीयों के फंसे होने के मुद्दों को उठाने की मांग की है.
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित हुए लेकिन उन्होंने मीडिया से बात नहीं की. बैठक के बाद सुमित्रा महाजन ने संवाददाताओं द्वारा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के बारे में किए गए प्रश्नों के उत्तर को टालते हुए कहा, ‘यह बैठक मैंने सदन के काम-काज पर चर्चा के लिए बुलाई थी.’ लोकसभा उपाध्यक्ष के चुनाव के बारे में भी उन्होंने सवालों का जवाब नहीं दिया.
नेता विपक्ष को लेकर कांग्रेस में दो राय
इस मीटिंग में विपक्ष के नेता का मुद्दा तो नहीं उठा लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता को लेकर चयन कांग्रेस में ही दो अलग अलग राय सामने जरूर आ गई है. एक धड़ा कह रहा है कि नियम के मुताबिक नेता विपक्ष बनाया जा सकता है, तो वहीं दूसरा धड़ा कह रहा है कि कानून के मुताबिक कांग्रेस को नेता विपक्ष बनाना मुश्किल है.
543 सदस्यीय लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा पाने के लिए किसी विपक्षी दल के पास कम से कम 55 सदस्य होना जरूरी है और सबसे बड़े विपक्षी दल के रूप में उभरी कांग्रेस इन चुनावों में सिर्फ 44 सीट ही जीत सकी है.