अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी वीजा के नियमों में सशर्त छूट दी है. नए नियमों के मुताबिक अगर कोई एच-1बी वीजा धारक वापस पाबंदी लगने से पहले अपनी पुरानी नौकरी पर अमेरिका में लौटता है तो उसे आने की इजाजत होगी. इसके अलावा वीजाधारक की पत्नी और बच्चों को भी राहत देते हुए प्राइमरी वीजा के साथ अमेरिका में आने की मंजूरी दी गई है.
भारत को फायदा
ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से भारत के आईटी प्रोफेशनल्स को बड़ा फायदा होने की उम्मीद है. यही वजह है कि सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को आईटी सेक्टर के शेयरों में रौनक देखने को मिली. शुरुआती कारोबार में टीसीएस, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और एचसीएल के शेयर में 2 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई. कारोबार के अंत में इन्फोसिस और टीसीएस के शेयरों में मुनाफावसूली रही. इस वजह से ये शेयर लाल निशान पर बंद हुए. हालांकि एचसीएल और टेक महिंद्रा के शेयर में बढ़त दर्ज की गई.
सेंसेक्स और निफ्टी का हाल
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में रौनक रही. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 150 अंक मजबूत हुआ तो वहीं निफ्टी में भी 50 अंकों से ज्यादा की तेजी रही. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 59.14 अंक लुढ़क कर 38,310.49 अंक पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी की बात करें तो गिरावट के साथ 11,300 अंक के स्तर पर रहा.
इस बीच, गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया एक पैसे की मामूली गिरावट के साथ 74.84 के स्तर पर बंद हुआ. विगत कारोबारी सत्र के दौरान रुपया 74.83 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
बुधवार को लगा था ब्रेक
सेंसेक्स में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया. सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों मामूली गिरावट के साथ बंद हुए. सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान कोटक बैंक को हुआ. इसमें 2.10 प्रतिशत की गिरावट आई.
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इसके अलावा, जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एल एंड टी, बजाज फाइनेंस, एचयूएल और टाइटन शामिल हैं. दूसरी तरफ एचसीएल टेक, एसबीआई, टेक महिंद्रा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्रा टैक सीमेंट में 4.86 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गयी.