पेट्रोल और डीजल की कीमतें सोमवार को एक बार फिर बढ़ा दी गई हैं. बढ़ती कीमतों के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार से पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग की है. उन्होंने इसके लिए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखा है.
चार मई को लिखे पत्र में नायडू ने लिखा है कि केंद्र ने वैश्विक स्तर पर तेल के दाम में नरमी का लाभ उठाने के इरादे से नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में नौ बार बढ़ोतरी की है. इसके बाद पिछले साल अक्टूबर में केवल दो रुपये उत्पाद शुल्क घटाया गया था.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि उसके बाद उत्पाद शुल्क में कोई कटौती नहीं हुई. इसकी वजह से पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत नहीं मिली है. नायडू ने लिखा है, "वास्तव में देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आयात पर निर्भर पड़ोसी देशों के मुकाबले क्रमश: 16.35 रुपये और 15.15 रुपये प्रति लीटर ज्यादा है." उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों ने वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में कमी का लाभ ग्राहकों को दिया है.
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले 19 दिनों से ब्रेक लगा था, लेकिन कर्नाटक में वोटिंग खत्म होते ही दाम बढ़ा दिए गए हैं. सोमवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर दी है.
कर्नाटक में वोटिंग के दो दिन बाद हुई इस बढ़ोतरी से डीजल ने 66 रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है. वहीं, दिल्ली में पेट्रोल 56 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है. इस बढ़ोतरी के साथ ही डीजल ने कीमतों के मामले में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने का रिकॉर्ड बना लिया है.
सोमवार को दिल्ली में जहां एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 74.80 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. वहीं, मुंबई में इसकी कीमत 82.65 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है. कोलकाता में 77.50 रुपये और चेन्नई में 77.61 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं.
डीजल की बात करें, तो यह दिल्ली में नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है. इंडियन ऑयल कंपनी की साइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक दिल्ली में एक लीटर डीजल के लिए आपको 66.14 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं. मुंबई में डीजल 70.43 रुपये पर पहुंच चुका है. कोलकाता में 68.68 और चेन्नई में 69.79 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं.