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अनिल अंबानी समूह के लिए अच्छी खबर, इस कंपनी का मुनाफा चार गुना बढ़ा

वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल से जून तिमाही में रिलायंस कैपिटल का शुद्ध मुनाफा 1,218 करोड़ रुपये का रहा है, जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा सिर्फ 295 करोड़ रुपये था.

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अनिल अंबानी के लिए अच्छी खबर (फोटो: रॉयटर्स)
अनिल अंबानी के लिए अच्छी खबर (फोटो: रॉयटर्स)

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कर्ज से लदे अनिल अंबानी समूह के लिए एक बहुत अच्छी खबर आई है. अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) की कंपनी रिलायंस कैपिटल का इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा चार गुना बढ़ गया है. इस दौरान कंपनी की कुल आय में भी 31 फीसदी की बढ़त हुई है.

वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल से जून तिमाही में रिलायंस कैपिटल का शुद्ध मुनाफा 1,218 करोड़ रुपये का रहा है, जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा सिर्फ 295 करोड़ रुपये था. हालांकि, पिछले पूरे वित्त वर्ष में कंपनी को 1,454 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. इसकी वजह यह है कि वित्तीय सेक्टर में परेशानी की वजह से रिलायंस कैपिटल ने अपनी सहायक कंपनी रिलायंस कॉमर्श‍ियल फाइनेंस लिमिटेड के लिए 2,104 करोड़ रुपये की प्रॉविजनिंग की थी.

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इस दौरान कंपनी की कुल आय 31 फीसदी बढ़कर 6,083 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी की कुल आय 4,641 करोड़ रुपये रही है.

हालांकि इस दौरान कंपनी की कुल एसेट में गिरावट आई है. 30 जून, 2019 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी का कुल एसेट 79,207 करोड़ रुपये रही है, जबकि एक साल पहले कंपनी का कुल एसेट 83,973 करोड़ रुपये था. रिलायंस कैपिटल ने इस दौरान जनता से फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में कोई धन नहीं जुटाया है.

गौरतलब है कि रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट एवं म्युचूअल फंड, पेंशन फंड, बीमा, वित्त, स्टॉक ब्रोकिंग, वित्तीय उत्पादों का वितरण, प्रॉपर्टी निवेश और कई अन्य वित्तीय सेवाओं के कारोबार में है. पिछले महीने कंपनी ने घोषणा की थी कि उसने कॉमर्श‍ियल पेपर के 75 करोड़ रुपये के बकाए का पूरा भुगतान जुलाई में ही कर दिया है. रेटिंग एजेंसियों ने अनिल अंबानी की इस कंपनी के लिए सही रेटिंग नहीं दी है और इसके कर्ज जुटाने की क्षमता पर संदेह जाहिर किया था.

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कर्ज का पहाड़

बता दें कि अनिल अंबानी का ADA ग्रुप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा के कर्ज में है. मार्च 2018 तक के आंकड़ों के मुताबिक इस ग्रुप के रिलायंस कैपिटल पर 46,400 करोड़ रुपये का कर्ज है. वहीं अगर आरकॉम की बात करें तो वह 47, 234 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी है. रिलायंस होम फाइनेंस और इंफ्रा के कुल कर्ज 36 हजार करोड़ रुपये हैं. इसी तरह रिलायंस पावर पर 31 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. हाल ही में अनिल अंबानी बिलेनियर क्‍लब से भी बाहर हो गए थे.

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(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)

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