प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम पर एक और विवाद पैदा हो गया है. ताजा विवाद अंकित फाडिया को कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए जाने को लेकर है. सरकार ने पहले तो इस तरह की नियुक्ति से इंकार किया, लेकिन बाद में फाडिया और तीन अन्य को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए जाने की पुष्टि कर दी.
खुद को नैतिक हैकर कहने वाले 30 वर्षीय अंकित फाडिया को कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने की खबर जहां पहले से मीडिया में चल रही थी, वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग ने मंगलवार सुबह पहले इस तरह के दावे का खंडन करते हुए एक बयान जारी किया.
बयान में कहा गया था, 'सरकार के डिजिटल भारत कार्यक्रम के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने की खबरें आ रही हैं. यह स्पष्ट किया जाता है कि ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने की ऐसी कोई कवायद नहीं की जा रही है.'
रोचक यह है कि सरकार के प्रचार वेबसाइट पर पोस्ट जारी करने के एक घंटे के बाद ही उसे हटा लिया गया. फाडिया के फेसबुक पोस्ट में कहा गया है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत कार्यक्रम के ब्रांड एंबेसडरों में एक के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए आभारी और गौरव महसूस कर रहा हूं.'
इनपुट : IANS