वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार में भ्रष्टाचार अब गुजरे जमाने की बात हो गई है. जेटली बोले कि राज्यों में भी भ्रष्टाचार धीरे-धीरे खत्म हो रहा है.
वित्त मंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि प्राइवेट सेक्टर में निवेश में थोड़ी दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन सरकार इनका हल ढूंढ रही है. जल्द ही इसके बारे में बताया जाएगा. काले धन और बेनामी संपत्ति पर बोलते हुए वित्त मंत्री बोले कि अब भारत में भारी मात्रा में कैश से लेनदेन नहीं हो सकता है.
जीएसटी के मुद्दे पर अरुण जेटली ने कहा, ''जहां तक जीएसटी में नई वस्तुओं को लाने की बात है इसमें रियल स्टेट को लाना काफी आसान है. जीएसटी लागू होने के बाद भी हम महंगाई को काबू रखने में कामयाब रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत का विश्वास बढ़ा है.FM @arunjaitley addressing the 2nd India Investor Summit organized by J.P.Morgan in Delhi today. pic.twitter.com/9spo2XY72k
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) September 21, 2017
FM @arunjaitley : In last few years, market was quite volatile at times,so the Govt has to wait for the right time for the divestment.
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) September 21, 2017
इससे पहले भी जेटली ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर बात की थी. जेटली ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष को ही घेरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस-लेफ्ट की राज्य सरकारें भी केंद्रीय टैक्स से हिस्सा वसूल रही हैं, अगर उन्हें टैक्स नहीं चाहिए तो उन्हें कहना चाहिए.
अर्थव्यवस्था पर सचेत सरकार
अरुण जेटली बोले कि हमने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की है. हमारी सरकार प्री-एक्टिव है जो भी जरूरी होगा वो कदम उठाए जाएंगे. पीएम के साथ विचार-विमर्श करने के बाद फैसलों की घोषणा करेंगे. पिछले दिनों में मैंने एक्सपर्ट और पीएमओ के अधिकारियों से चर्चा की है.