वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर नोटबंदी के फैसले का बचाव किया और कहा कि बड़े नोटों को बंद कर सरकार ने साहसिक फैसला किया है. वित्त मंत्री ने ये बात फिक्की की 89वीं वार्षिक आम बैठक में कही.
उन्होंने कहा कि नए नोट के पूरी तरह से आने की प्रक्रिया में बहुत लंबा समय नहीं लगेगा, आरबीआई बहुत जल्दी इसे पूरा करने में सक्षम हो जाएगी. अगर हम कम समयावधि की असुविधाओं को सहन कर लेते हैं तो दीर्घकालिक लाभ बहुत स्पष्ट है. जेटली ने संकेत दिया कि 15.44 लाख करोड़ रुपये के पुराने अमान्य नोटों के स्थान पर इतनी ही राशि की नई करेंसी जारी नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि डिजिटल करेंसी अंतर को पूरा करेगी.
जेटली ने कहा कि ग्लोबल इकॉनोमी बदल रही है. अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव आया है. उभरती हुई आर्थिक शक्तियों में भारत को अलग नजरों से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में बहुत सारे बदलाव हुए हैं. भारत में अब फैसले लेने की क्षमता है.
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी का पास होना बड़ा कदम है. इसे जुड़े 10 अहम कदम उठाए गए. जेटली ने कहा कि आधार को रजिस्टर करवाकर और इसका उपयोग करके हमें बदलाव लाने में मदद मिल रही. उन्होंने कहा कि 16 सितंबर 2017 को टैक्स की मौजूदा व्यवस्था बंद हो जाएगी.