We have already imported about 7000 tonnes of pulses and we will pursue the States to lift the stocks: Finance Minister Arun Jaitley
— ANI (@ANI_news) October 14, 2015
इससे पहले खुले बाजार में दाल का भाव 187 रुपये किलो तक पहुंच जाने के बीच सरकार ने कहा कि वह आयात के जरिये उपलब्धता बढ़ाकर कीमतों को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रही है. उसने उपभोक्ताओं से कहा है कि परिणाम के लिये कुछ समय प्रतीक्षा करें.
जबकि प्याज के मामले में राष्ट्रीय राजधानी में कीमतें घटकर अब 40 से 50 रुपये किलो रह गई हैं. अगस्त में यह 80 रुपये किलो तक पहुंच गई थीं. सरकार ने प्याज के दाम थामने के लिये अनेक उपाय किये. प्याज निर्यात पर अंकुश लगाये गये. विदेशों से आयात बढ़ाया गया और इसके साथ ही उत्पादक राज्यों से खरीफ फसल की नई आवक में सुधार लाया गया.
केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दाल की बढ़ती कीमत के बारे में पूछे जाने पर कहा उत्पादन कम हुआ है. समस्या से निपटने के लिए सरकार आयात के जरिये आपूर्ति को बढ़ाने का भरपूर प्रयास कर रही है. सरकार स्थिति के प्रति पूरी तरह से जागरूक है. कुछ समय इंतजार कीजिये
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश के अधिकांश भागों में तुअर दाल की खुदरा कीमत 181 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. यह चिकन से भी महंगी है. साल भर पहले इसी माह इसका दाम 85 रुपये प्रति किलो था. इसी प्रकार उड़द दाल की कीमत समीक्षाधीन अवधि में 99 रुपये किलो से बढ़कर 187 रुपये किलो हो गयी. सर्वाधिक तेजी इन्हीं दो दालों में देखी जा रही है. जबकि मूंग और चना दाल में मामूली बढ़ोतरी हुई है.
इनपुट- भाषा