शिक्षा के लिए 27,514 करोड़ रुपये दान करने वाले विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी लगातार तीसरे वर्ष सबसे अधिक दान देने वाले भारतीय बने हुए हैं, जबकि दूसरे पायदान पर नंदन निलेकणि और तीसरे पर नारायण मूर्ति हैं.
शिक्षा के लिए 27,514 करोड़ रुपये किए दान
ह्यूरन इंडिया की परोपकारियों की लिस्ट (फिलैनथ्रॉपी लिस्ट) के मुताबिक, 70 वर्षीय अजीम हाशिम प्रेमजी को सबसे अधिक दरियादिल भारतीय नामित किया गया क्योंकि उन्होंने शिक्षा के लिए 27,514 करोड़ रुपये दान दिए. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन भारत में शिक्षा के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है.
नंदन निलेकणि दूसरे पायदान पर
फाउंडेशन आठ राज्यों में काम करता है और उसके पास 3,50,000 से अधिक स्कूल हैं. नंदन, रोहिणी निलेकणि और उनका परिवार 2,404 करोड़ रुपये के दान के साथ दूसरे पायदान पर है. निलेकणि परिवार ने शहरी संचालन, लोक नीति और शिक्षा के लिए यह दान दिया है.
मुकेश अंबानी को मिला छठा स्थान
वहीं, नारायण मूर्ति और उनके परिवार ने उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने, सामाजिक विकास व शिक्षा के लिए 1,322 करोड़ रुपये दान दिए हैं. इस बीच, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी ह्यूरन इंडिया फिलैनथ्रॉपी लिस्ट में छठे पायदान पर हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 345 करोड़ रुपये दान दिए.
जानें और लोगों को मिला कौन सा पायदान
शीर्ष 10 दानियों में 1,238 करोड़ रुपये दान के साथ के. दिनेश चौथे पायदान पर, 535 करोड़ रुपये दान के साथ शिव नडार पांचवे पायदान पर, 326 करोड़ रुपये दान के साथ सनी वर्के एंड फैमिली सातवें पायदान पर, 158 करोड़ रुपये दान के साथ रॉनी स्क्रूवाला आठवें पायदान पर, 138 करोड़ रुपये दान के साथ राहुल बजाज एंड फैमिली नौवें पायदान पर और 96 करोड़ रुपये दान के साथ पलोंजी मिस्त्री दसवें पायदान पर हैं.