एअर इंडिया के कर्मचारियों के बुरे दिन खत्म नहीं हो रहे. एक बार फिर एअर इंडिया कर्मियों की सैलरी में कटौती की गई है. उनके मासिक भत्तों (monthly allowances) में 50 फीसदी तक की कटौती कर दी गई है. पायलटों के भत्तों में भी 40 फीसदी की भारी कटौती की गई है.
पहले भी कई गई थी कटौती
एअर इंडिया के 22 जुलाई को जारी एक आंतरिक आदेश में इस कटौती की जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि 25 हजार से मासिक ग्रॉस सैलरी पाने वाले कर्मचारियों के मासिक भत्ते में 50 फीसदी तक की कटौती की जाएगी. आदेश के मुताबिक कर्मचारियों के बेसिक सैलरी और इंडस्ट्रियल डियरनेस अलाउंस (IDA) तथा हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. इसके पहले मार्च में भी एअर इंडिया कर्मचारियों के भत्तों में 10 फीसदी की कटौती की गई थी.
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आदेश के मुताबिक 'जनरल कैटेगरी ऑफिसर्स के उपरोक्त के अलावा अन्य सभी भत्तों में 50 फीसदी की कटौती की जाएगी. इसी तरह 'जनरल कैटेगरी स्टाफ' और 'ऑपरेटर ' के मासिक भत्ते में 30 फीसदी तक की कटौती की जाएगी. केबिन क्रू मेंबर्स के अन्य सभी अलाउंस में 20 फीसदी की कटौती की जाएगी.
गौरतलब है कि एअर इंडिया पहले से ही डूबती कंपनी है और इधर कोरोना संकट की वजह से एविएशन सेक्टर की हालत भी बहुत खराब है. ऐसे में सभी एविएशन कंपनियां अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर रही हैं. कई एयरलाइंस ने कर्मचारियों को लीव विदाउट पे यानी बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है.
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70 हजार करोड़ का घाटा
एअर इंडिया करीब 70,000 करोड़ रुपये के घाटे में चल रही है. सरकार ने इस साल जनवरी से ही इसे किसी निजी कंपनी को बेचने की प्रक्रिया शुरू की है. एअर इंडिया को हर महीने करीब 230 करोड़ रुपये सैलरी पर खर्च करना पड़ता है.
एअर इंडिया के आदेश में कहा गया है कि पायलटों के सभी 11 तरह के भत्तों में फ्लाइंग अलाउंस, स्पेशल पे, वाइड बॉडी अलाउंस, डोमेस्टिक लेओवर अलाउंस, एग्जीक्यूटिव फ्लाइंग अलाउंस आदि 40 फीसदी की कटौती की जाएगी.आदेश में कहा गया है, जिन कर्मचारियों की ग्रॉस सैलरी 25,000 रुपये तक है, उनके वेतन में कोई कटौती नहीं की गई है.