सहकारी क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी उर्वरक संस्था इफको ने अपने नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुन लिए हैं. संस्था के निदेशक मंडल ने बलविन्दर सिंह नकई को नया अध्यक्ष और एन.पी. पटेल को उपाध्यक्ष चुना. बलविन्दर सिंह नकई पंजाब के एक प्रख्यात किसान व सहकर्मी है. पिछले तीन दशकों से वे भारत में सहकारी आंदोलन के उत्थान से गहराई से जुड़े रहे हैं.
बलविन्दर सिंह वर्तमान में मालवा फल व सब्जी सहकारी विपणन के साथ ही समाहार समिति लिमिटेड के अध्यक्ष हैं. स्वयं किसान होने के कारण इफको में किसानों के हितार्थ योजनाएं बनाने व उन्हें कार्यान्वित करवाने में उनका काफी योगदान रहा है. अध्यक्ष पद पर चुने जाने से पहले बलविन्दर इफको के उपाध्यक्ष थे और वे इस पद पर तीन बार निर्वाचित हुए हैं. दिल्ली के इफको मुख्यालय में शुक्रवार को हुई संस्था की 42वीं वार्षिक महासभा में निदेशकों को चुना गया. चुने गए निदेशकों ने बलविन्दर सिंह नकई को अध्यक्ष पद के लिए चुना.
बलविन्दर सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए चुने जाने के बाद कहा, ‘उन्हें इस पद पर चुने जाने पर गर्व महसूस हो रहा हैं. निदेशक मंडल ने मुझ पर जो विश्वास व्यक्त किया है, उसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं. पर्यावरण नीति में परिवर्तन होने, विशेषकर उर्वरक क्षेत्र व विश्व अर्थव्यवस्था में अशांति के फलस्वरूप इफको जैसी कृषक संस्था के सामने कई नई चुनौतियां हैं. लेकिन मुझे निदेशक मंडल विशेषकर प्रबन्ध निदेशक व उनकी पेशेवर योग्य टीम पर पूर्ण विश्वास है कि वे और हम सब आने वाली चुनौतियों का दक्षतापूर्ण सामना कर, लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे. मुझे पूरी उम्मीद है कि इफको भारतीय किसानों की भलाई व उनके उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत रहेगी व भारत से बाहर भी अपने व्यवसाय का और विस्तार करेगी.’
अध्यक्ष व निदेशक मंडल के चुनाव हर पांच साल में एक बार होते हैं और सहकारी क्षेत्र में यह अपनी तरह की एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. इफको सदस्य सहकारी समितियों के आम सभा के प्रतिनिधियों द्वारा इफको निदेशक मंडल का चुनाव करते हैं व चुने गए निदेशक अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन करते हैं.