देश भर के सरकारी बैंकों में आज सामान्य काम काज ठप है. बैंक कर्मचारियों के संगठनों ने अपनी सैलरी बढ़वाने तथा अन्य मांगों के समर्थन में एक दिन की हड़ताल की है. बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों के नौ यूनियन हड़ताल पर हैं. इससे चेक क्लियरेंस, पैसे निकालने और जमा करने का काम नहीं हो पा रहा है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के कन्वीनर सीएच वेंकटचलम ने यह दावा किया.
जिन बैंकों में सबसे ज्यादा काम प्रभावित हुआ उनमें देश का सबसे बड़ा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी है. उसने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया था कि बुधवार को वहां काम काज बाधित होगा और उन्हें असुविधा होगी. बैंक कर्मचारियों और मैनेजमेंट की बातचीत असफल हो गई है. मैनेजमेंट ने महज 5 फीसदी की बढ़ोतरी मंजूर की है. कर्मचारी इससे ज्यादा मांग रहे हैं. वे नवंबर 2012 से वेतन बढ़ाने की भी बात कह रहे हैं.
हड़ताल से काम काज ठप
पंजाब में नहीं हो सका 15 हजार करोड़ का कारोबार
बैंकों कर्मचारियों की एक दिवसीय हड़ताल की वजह से जालंधर में 400 करोड़ का कैश ट्रांजिक्शन नहीं हो पाया और तकरीबन 400 करोड़ का चेक क्लियर नहीं हो पाया. शहर में सुबह से सरकारी बैंकों में काम काज ठप रहा क्योंकि देशव्यापी हड़ताल के कारण जिले के अलग अलग बैंकों की लगभग 630 शाखाओं में कोई काम काज नहीं हुआ. एक नवंबर 2012 से वेज में रिविजन की मांग को लेकर यूनाईटेड फोरम आफ बैंक युनियन के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया गया है और जालंधर का हड़ताल भी इसकी का हिस्सा है.
यूनाईटेड फोरम आफ बैंक युनियन के जालंधर इकाई के संयोजक अमृत लाल ने बताया, जालंधर जिले में सभी बैंकों की करीब 630 शाखाओं में कोई काम काज नहीं हुआ. इस कारण एक ओर जहां लगभग 400 करोड़ रुपये का कैश ट्रांजिक्शन नहीं हो सका वहीं दूसरी ओर तकरीबन इतनी ही राशि के चेकों का क्लियरेंस नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि पूरे पंजाब में लगभग 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार नहीं हो पाया. अमृतलाल ने कहा कि उनकी मुख्य मांग एक नवबंर 2012 के बाद से वेज में रिविजन करने की है. इसके अलावा बैंकों में आउटसोर्सिंग भी हमारी बड़ी समस्या है.