अब जमाना है ऑनलाइन खरीदारी का, जिसमें ग्राहक को हमेशा राजा दिखाया जाता है. लेकिन दरअसल ऐसा कई बार नहीं होता. वहां पर भी वह धोखा खा जाता है या सामान महंगे में खरीद लेता है. इतना ही नहीं, डिस्काउंट के लालच में वह कुछ ऐसे सामान भी खरीद लेता है, जिसकी उसे जरूरत नहीं होती.
इन सबसे बचने के लिए हम आपको बताते हैं कुछ उपाय, जिन पर अमल करके आप अपनी गाढ़ी कमाई को बचा सकेंगे.
सबसे पहले तो देखना होगा कि जो सौदा आप करने जा रहे हैं, उसमें कितना फायदा है. दरअसल डिस्काउंट के बावजूद कई मामलों में दूसरे ऑनलाइन रिटेलर कहीं बेहतर डिस्काउंट दे रहे होते हैं. इसका एक उदाहरण है फ्लिपकार्ट का सेल, जिसमें मैकबुक एयर 54,000 रुपये में बताया गया, जबकि स्नैपडील पर वह उस समय 50,000 रुपये में मिल रहा था. ऐसा कई और सामानों के साथ भी हुआ. दरअसल ऑनलाइन रिटेलर डिस्काउंट को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं. ऐसे में सावधान रहना जरूरी है और बीच-बीच में दूसरी साइटों को देखते रहना उचित और लाभदायक है.
डिस्काउंट सेल में सबसे बड़ा खतरा यह रहता है कि इसमें रिफंड या एक्सचेंज की कोई गुंजाइश नहीं रहती है. अगर आपको कोई प्रोडक्ट पसंद नहीं आया, तो आप उसे बदल नहीं सकते, इसलिए ऐसी कोई भी चीज खरीदने से बचें, जिसमें ऐसे हालात हो सकते हैं. ये बातें ऑनलाइन रिटेलर की साइट पर शर्तों वाले कॉलम में लिखी होती हैं.
क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान करने से पहले सोच लें. बेहतर होगा कि आप नकद भुगतान की सुविधा लें, जो डिलिवरी के समय होती है. इससे फायदा यह होगा कि अगर आप बाद में अपना फैसला बदल देते हैं, तो आपको परेशानी नहीं होगी. आपके पैसे बचे जाएंगे.
सारा सामान एक ही वेबसाइट से खरीदने की बजाय कई सारी वेबसाइटों पर निगाहें रखें. वे भी प्रमोशन करते रहते हैं और बड़ी छूट देते हैं. कई तरह के सामान में बेहतरीन छूट मिलती रहती है.
अपना नाम रजिस्टर कराएं. ऐसा करने से उस वेबसाइट से मिलने वाली छूट का आप फायदा उठा सकते हैं. मतलब यह है कि अगर आपका नाम ऑनलाइन रिटेलर के पास रजिस्टर रहेगा, तो आपको ऑर्डर प्लेस करने में आसानी होगी.
लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि आपको तय करना होगा कि जो सामान आप खरीदने जा रहे हैं, उसकी जरूरत आपको है या नहीं. बहुत डिस्काउंट के लालच में कोई भी ऐसा सामान न खरीदें, जिनकी आपको जरूरत नहीं है.