कच्चे तेल के दाम में गिरावट का रुख जारी है. गिरावट के इस दौर में ब्रेंट तेल का भाव 11 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया जिसके बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर संशय और बढ़ गया है.
आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर होंगी कीमतें
विश्लेषकों का मानना है कि क्रिसमस त्योहार के लिए बाजारों में कारोबार समेटना शुरू हो गया है लेकिन इस दौरान कुछ अहम आर्थिक आंकड़े हैं जो आने हैं. अमेरिका की आर्थिक वृद्धि और आवास बिक्री के आंकड़े इस सप्ताह आने हैं इसके साथ ही जापान में मुद्रास्फीति और व्यय के आंकड़े भी जारी होंगे.
11 साल निम्न स्तर
ब्रेंट तेल की कीमत 2.1 प्रतिशत गिरकर 36.09 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है. यह जुलाई 2004 के बाद इसका सबसे निम्न स्तर है. अमेरिका स्टैण्डर्ड वेस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट 1.2 प्रतिशत घटकर 34.32 डॉलर रह गया. यह वर्ष 2009 के बाद सबसे निम्न स्तर है.
उत्पादन बढ़ने से दर्ज हुई गिरावट
चार दिसंबर के बाद से जब पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने काफी आपूर्ति और कमजोर मांग के बावजूद कच्चे तेल उत्पादन को कम करने से इनकार कर दिया, कच्चे तेल के दाम में 20 प्रतिशत तक गिरावट आ चुकी. वर्ष 2014 की गर्मियों के बाद जब दाम 100 डॉलर से ऊपर थे, तब से लेकर अब तक में कच्चे तेल के दाम में 60 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है. पिछले वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से कच्चे तेल मूल्य का यह स्तर नहीं देखा गया.