निजी कंपनियों की मार्केटिंग पॉलिसीज के बीच कवरेज और सर्विस क्वॉलिटी जैसे मुद्दों के कारण बीते वित्त वर्ष के दौरान BSNL के लगभग दो करोड़ कन्जयूमर्स उससे अलग हो गए.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि मार्च 2014 और मार्च 2015 के बीच BSNL के 1.78 करोड़ वायरलेस और 20 लाख से अधिक लैंडलाइन कन्जयूमर्स टूट गए. मोबाइल ग्राहकों के टूटने के कारणों के बारे में अधिकारी ने कहा कि BSNL, प्राइवेट कंपनियों की धुआंधार मार्केटिंग स्ट्रैटजी का मुकाबला नहीं कर पाई.
इसके साथ ही मोबाइल नेटवर्क कवरेज और सर्विस क्वॉलिटी जैसे मुद्दे भी बड़ा कारण हैं. बीएसएनएल 2008-2012 के दौरान अपने नेटवर्क की बढ़ोतरी में निवेश नहीं कर पाई. मई 2015 के आखिर में BSNL के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 7.76 करोड़ और बाजार हिस्सेदारी 7.96 फीसदी थी, वहीं कंपनी का वायरलाइन आधार 1.60 करोड़ और बाजार भागीदारी 61.07 फीसदी रही.
-इनपुट भाषा से