वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को मोदी सरकार का पहला बजट पेश किया. उद्योग जगत ने एक बजट को अच्छा बताया है और अरुण जेटली की तारीफ की है. लेकिन कांग्रेस ने बजट की आलोचना करते हुए कहा है कि यह हमारी योजनाओं का विस्तार है और इसमें नया कुछ भी नहीं है.
'बजट में कुछ भी नया नहीं है. उन्होंने हमारी ही योजनाओं को आगे बढ़ाया है. सोशल सेक्टर के लिए बहुत कम दिया गया है.'
सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
महंगाई और भ्रष्टाचार रोकने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं है. महंगाई कम करने के अपने वादे को मोदी ने नहीं निभाया.
अरविंद केजरीवाल, संयोजक, आम आदमी पार्टी
'बजट अर्थव्यवस्था को गति देने में सक्षम नहीं है.'
राहुल गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष
खोदा पहाड़, निकला चूहा.. मनरेगा, एयरपोर्ट्स, एससी-एसटी, कृषि विकास योजना, नेशनल वॉटर प्लान..सब कांग्रेस ने शुरू किया था. कोई आधारभूत बदलाव नहीं है बजट में. कह सकते हैं कांग्रेस के बजट का विस्तार है.
अभिषेक मनु सिंघवी, कांग्रेस प्रवक्ता
एक सकारात्मक बजट है, लेकिन मैं इस बात से निराश हूं कि यह बहुत ज्यादा आकांक्षापूर्ण है.
किरण मजूमदार शॉ, उद्योगपति
पूवर, यूथ, फॉर्मर, वीमन एंड सीनियर सिटीजन फ्रेंडली बजट है.
राजनाथ सिंह, गृहमंत्री
बोल्ड एंड ब्यूटीफुल है ये बजट
प्रकाश जावडेकर, सूचना एवं प्रसारण मंत्री
बजट में कोई विजन नहीं है और ना ही कोई रोडमैप है.
मनीष तिवारी, कांग्रेस नेता
लोगों ने बदलाव के लिए वोट दिया था, यूपीए की नीतियों को जारी रखने के लिए नहीं, लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है.
आशुतोष, आम आदमी पार्टी
यह एक प्रोग्रेसिव बजट है.
आदी गोदरेज, गोदरेज समूह
गरीबों के बजाय उद्योगपतियों को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष