अंतरिम बजट में पर्यटन को लेकर सरकार की ओर से कोई बड़ा ऐलान नहीं किया गया लेकिन सरकार के पूर्ण बजट से इस सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं. इस सेक्टर के लोगों को उम्मीद है कि सरकार, टूरिज्म इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने के लिए कुछ अहम फैसले ले सकती है. इसके अलावा बेहतर कनेक्टिविटी के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं. बता दें कि अंतरिम बजट में पीयूष गोयल ने देश के विकास और माहौल को सैलानियों के लिए अच्छा बनाने का विजन पेश किया था. उन्होंने कहा था कि स्वच्छ भारत मिशन की वजह से आने वाले सालों में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा.
'बजट 2019 की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें'
विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा
हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने सदन को बताया था कि कुछ सालों में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. पटेल के मुताबिक 2015 में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की वृद्धि दर 0.45 फीसदी थी जो 2017 में बढ़कर 8.7 फीसदी हो गई.
ऐतिहासिक महत्व के स्थलों पर पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने से जुड़े एक सवाल के जवाब में पटेल ने बताया कि सरकार ने देश भर में 100 आदर्श स्मारकों का चयन किया है. इनमें मूलभूत सुविधाओं के अलावा वाईफाई सहित अन्य डिजिटल सुविधायें मुहैया करायी जायेंगी. इसके लिए देश भर के 3691 स्मारकों में से पहले चरण में 100 का चयन किया गया है. चरणबद्ध तरीके से सभी स्मारकों को पर्यटन सुविधाओं से लैस किया जायेगा.
क्या हैं उम्मीदेंV Resorts की फाउंडर अदिति बलबीर का कहना है कि टूरिज्म हमारे देश की अर्थव्यवस्था की तरक्की में अहम भूमिका निभाता है. यह सेक्टर रोजगार सृजन में भी आगे है और इसमें विस्तार की काफी संभावनाएं हैं. हालांकि पिछले साल के केंद्रीय बजट में इस सेक्टर के लिए कुछ खास नहीं था लेकिन इस बार हमें काफी उम्मीदें हैं.
अदिति के मुताबिक इस सेक्टर को अनुकूल नीतियों, स्टार्टअप के लिए फंड आवंटन और बेहतर टैक्स रिफॉर्म की जरूरत है. Vresorts की सीईओ अदिति ने कहा कि अभी जल संकट, ट्रैफिक जाम, प्रदूषण नियंत्रण, अपशिष्ट प्रबंधन आदि की चिंताएं हैं इसलिए हम ग्रीन टूरिज्म के लिए कुछ नीतियों और पहल की उम्मीद करते हैं. इसके अलावा भारत में पर्यटन के विकास को आगे बढ़ाने के लिए उन्नत बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है.